RG Kar Hospital कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में हाल ही में हुई तोड़फोड़ की घटना ने स्वास्थ्य सेवाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस मामले पर कलकत्ता हाईकोर्ट ने बेहद सख्त रुख अपनाते हुए स्पष्ट किया है कि अगर डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी सुरक्षित नहीं रह सकते, तो अस्पताल को तुरंत बंद कर देना चाहिए। हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को आदेश दिया है कि वह मरीजों को किसी अन्य सुरक्षित अस्पताल में शिफ्ट करने की योजना तैयार करे।
हाईकोर्ट ने इस मामले की सुनवाई के दौरान राज्य सरकार और अस्पताल प्रशासन को फटकार लगाते हुए कहा कि अस्पतालों में डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है। अदालत ने चेतावनी दी कि अगर स्थिति में सुधार नहीं होता है, तो उन्हें कड़े कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ेगा।
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इस घटना ने कोलकाता की स्वास्थ्य सेवाओं की विश्वसनीयता पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं। अदालत ने राज्य सरकार से यह भी पूछा है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या योजनाएं बनाई जा रही हैं।
आरजी कर अस्पताल के डॉक्टरों और स्टाफ ने इस घटना के बाद अपनी सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो सकें। अस्पताल प्रशासन ने भी इस घटना की पूरी जांच का भरोसा दिया है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
कलकत्ता हाईकोर्ट ने इस मामले को बेहद गंभीरता से लिया है और राज्य सरकार से इस मामले की विस्तृत रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया है। अदालत का यह सख्त रुख दर्शाता है कि स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, और इस मुद्दे पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा।