इन दिनों राष्ट्रीय मीडिया अचानक से Faridabad और समाजसेवी (Sanchit Kohli) के बारे में लिख रहा है। इसका एकमात्र कारण है – Sanchit Kohli का काम और समाज सेवा। उस माहौल में जहां नेता सिर्फ 5 साल में एक बार आते हैं, संचित हर दिन अपनी गाड़ी लेकर निकलते हैं और अपने लोगों की बातें सुनते हैं। फरीदाबाद पंजाबी बहुल क्षेत्र है, और यही कारण है कि यहां के पंजाबी संचित को किसी हीरो से कम नहीं मानते।
हालांकि संचित को सक्रिय राजनीति में थोड़े ही समय हुआ है, ऐसा माना जा रहा है कि पार्टी हाई कमान उन्हें उनकी लोकप्रियता के चलते इस बार टिकट दे सकती है।
Faridabad: समाज सेवा के प्रति समर्पण
Sanchit Kohli सिर्फ एक राजनेता ही नहीं, बल्कि एक समर्पित समाजसेवी भी हैं। उन्होंने COVID-19 महामारी के दौरान सुरक्षा किट वितरित की और गरीब परिवारों को भोजन उपलब्ध कराया, जिससे उनके समुदाय के प्रति समर्पण का प्रमाण मिलता है। इसके अलावा, कोहली स्थानीय वृद्धाश्रम, दृष्टिहीनों के स्कूल और मातृछाया एवं उड़ान जैसी संस्थाओं का भी समर्थन करते हैं।
Faridabad के लिए दृष्टि
Kohli फरीदाबाद को ‘स्मार्ट सिटी’ के रूप में बदलने का सपना देखते हैं। उनके मुख्य लक्ष्य सार्वजनिक शिक्षा प्रणाली में सुधार, औद्योगिक क्षेत्र का पुनरुद्धार और कानून व्यवस्था को मजबूत करना हैं। वह सरकारी स्कूलों को सुधारने, औद्योगिक क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ाने और पुलिस व्यवस्था में सुधार लाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं।
Faridabad: प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
Faridabad में जन्मे और पले-बढ़े संचित कोहली की शिक्षा जीडी गोयनका स्कूल में हुई, इसके बाद उन्होंने एमिटी यूनिवर्सिटी से सूचना प्रौद्योगिकी में स्नातक की डिग्री और फिर एलएलबी किया। उनकी शिक्षा उन्हें राजनीतिक और सामाजिक चुनौतियों का सामना करने में संतुलित दृष्टिकोण देती है।
सामुदायिक भागीदारी और धार्मिक सौहार्द
Kohli Faridabad में धार्मिक सौहार्द और सामुदायिक एकता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। विभिन्न समुदायों के बीच धार्मिक आयोजनों में उनकी भागीदारी उनके सांस्कृतिक विविधता और सामाजिक समरसता के प्रति विश्वास को दर्शाती है।