Lighter: भारतीय सरकार ने घरेलू मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने और आयात पर निर्भरता को कम करने के लिए पॉकेट लाइटर के पुर्जों के आयात पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया है। यह निर्णय पहले से ही ₹20 से कम कीमत वाले सिगरेट लाइटर के आयात पर लगाए गए प्रतिबंध के बाद आया है, जिसका उद्देश्य घटिया उत्पादों के आयात को रोकना और स्थानीय निर्माण को प्रोत्साहित करना है।
आयात प्रतिबंध के विवरण
Lighter: विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने घोषणा की है कि गैस से चलने वाले पॉकेट लाइटर के पुर्जों का आयात अब अनुमति नहीं दी जाएगी, जिसमें गैर-रिफिल करने वाले और रिफिल करने वाले लाइटर दोनों शामिल हैं। यह कदम सरकार की घरेलू निर्माताओं का समर्थन करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है और चीन जैसे देशों से आयात पर निर्भरता को कम करता है।
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निर्णय के पीछे का संदर्भ
वर्तमान वित्तीय वर्ष के अप्रैल से जुलाई के दौरान, लाइटर पुर्जों का आयात 3.8 मिलियन डॉलर रहा। सरकार का यह निर्णय स्थानीय उद्योगों को मजबूत करने के लिए व्यापक रणनीति का हिस्सा है, विशेष रूप से जब चीन के साथ व्यापार घाटा बढ़ता जा रहा है। हाल के आंकड़ों के अनुसार, जुलाई में भारत का चीन के साथ निर्यात 9.44% घट गया, जबकि आयात में 13.05% की वृद्धि हुई, जिससे 31.31 अरब डॉलर का व्यापार घाटा हुआ।
Lighter: चीन पिछले वर्ष भारत का सबसे बड़ा व्यापार भागीदार बनकर उभरा है, जहाँ आयात 101.7 अरब डॉलर तक पहुँच गया, जबकि निर्यात केवल 16.67 अरब डॉलर रहा।
 
 

 
			

 
                                 
                             