Green Festival: हरियाली के प्रतीक हरेला पर्व के अवसर पर इस बार वन विभाग बड़ी संख्या में पौंध रोपण करेगा। डीएफओ अल्मोड़ा वन प्रभाग दीपक सिंह ने कहा कि शासन के दिशा-निर्देश के बाद वन विभाग हरेला पर्व की तैयारियों में जुटा है। हरेला के दिन वन विभाग जन सहयोग से चौड़ी पत्ती के पौंध का रोपण करेगा।
हरेला पर्व की तैयारी
Green Festival: हरेला पर्व के लिए वन विभाग ने बांज, बुरांस, काफल सहित तमाम चौड़ी पत्ती के पौंधों के साथ फलदार वृक्षों की पौंध भी रोपित करने की योजना बनाई है। डीएफओ दीपक सिंह ने बताया कि यह पर्व न केवल पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता है, बल्कि समाज को हरियाली और स्वच्छता की दिशा में भी प्रेरित करता है।
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जन सहयोग की भूमिका
इस वर्ष हरेला पर्व के दौरान वन विभाग जन सहयोग से पौंध रोपण करेगा। विभिन्न सामाजिक संगठनों, स्कूलों और स्थानीय समुदायों की भागीदारी से इस पहल को सफल बनाने का प्रयास किया जाएगा। स्थानीय निवासियों को भी इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
Green Festival: पौंध रोपण का महत्व
चौड़ी पत्ती के पौंध, जैसे कि बांज, बुरांस, और काफल, पर्यावरण के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। ये पौंध न केवल वायु को शुद्ध करते हैं, बल्कि मिट्टी को भी मजबूत बनाते हैं और जल संरक्षण में मदद करते हैं। फलदार वृक्षों की पौंध भी पर्यावरण के साथ-साथ लोगों के लिए लाभकारी होती है।
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Green Festival: शासन के दिशा-निर्देश
शासन के दिशा-निर्देश के अनुसार, वन विभाग इस पहल को सफल बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। पौंध रोपण के दौरान सभी आवश्यक संसाधन और तकनीकी सहायता प्रदान की जाएगी। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी पौंध सही ढंग से रोपे जाएं और उनकी देखभाल की जाए।
Green Festival: समाप्ति
हरेला पर्व के अवसर पर अल्मोड़ा वन प्रभाग द्वारा की जा रही पौंध रोपण की पहल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह पहल न केवल हरियाली को बढ़ावा देगी, बल्कि समाज को पर्यावरण के प्रति जागरूक और जिम्मेदार बनाएगी।
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