Haryana में आयुष्मान कार्ड धारकों के लिए प्राइवेट अस्पतालों में उपचार बंद हो जाने से मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जींद से रिपोर्टर गुलशन चावला की रिपोर्ट के अनुसार, आयुष्मान भारत योजना के तहत जिन गरीब और जरूरतमंद लोगों को पांच लाख रुपए तक के मुफ्त चिकित्सा सेवा का लाभ मिल रहा था, वे अब अस्पतालों के चक्कर काटने को मजबूर हो गए हैं। प्राइवेट अस्पतालों ने आयुष्मान कार्ड से उपचार बंद कर दिया है, जिसके कारण मरीज और उनके परिवार के सदस्य गंभीर समस्याओं का सामना कर रहे हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, कई मरीज अपने स्वयं के इलाज के लिए या अपने परिवार के सदस्यों के इलाज के लिए प्राइवेट अस्पतालों में पहुंच रहे हैं, लेकिन वहां उन्हें उपचार नहीं मिल पा रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि आयुष्मान कार्ड के भुगतान में देरी हो रही है, जिसके कारण अस्पतालों ने यह सेवा बंद कर दी है। इससे गरीब मरीजों को अपने इलाज के लिए भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि प्राइवेट अस्पतालों में बिना आयुष्मान कार्ड के इलाज करवाना उनके लिए संभव नहीं है।
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Haryana: एक स्थानीय निवासी, शमशेर ने कहा कि उनकी पत्नी की रीढ़ की हड्डी में समस्या है और डॉक्टर ने ऑपरेशन की सलाह दी थी। लेकिन आयुष्मान कार्ड बंद हो जाने के कारण अब वे इलाज नहीं करवा पा रहे हैं। उन्होंने सरकार से अपील की है कि इस योजना को बंद नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि इससे गरीब लोगों को बहुत मदद मिलती थी। शमशेर ने बताया कि वे किसान हैं और उनके पास ऑपरेशन का खर्च वहन करने की क्षमता नहीं है।
एक अन्य मरीज, जो अपने बेटे के नाक का ऑपरेशन करवाने आए थे, ने बताया कि डॉक्टर ने आयुष्मान कार्ड के माध्यम से इलाज करने से मना कर दिया है। उन्होंने कहा कि यह योजना गरीब लोगों के लिए बहुत उपयोगी थी और सरकार को इसे दोबारा शुरू करना चाहिए ताकि गरीब परिवारों को फिर से उपचार मिल सके।
Haryana: प्रवासी महिला मजदूर, जो सफीदों से अपनी बेटी का इलाज करवाने आई थीं, ने कहा कि उनकी बेटी का हाथ टूटा हुआ है और वे आयुष्मान कार्ड लेकर आई थीं, लेकिन डॉक्टरों ने इलाज करने से मना कर दिया। डॉक्टरों का कहना है कि योजना बंद हो गई है और पीछे से भुगतान नहीं हो रहा है। उन्होंने सरकार से इस योजना को पुनः चालू करने की अपील की।
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रामपाल ने भी यही समस्या बताई और कहा कि आयुष्मान कार्ड से इलाज बंद होने के कारण गरीब लोग अब इलाज नहीं करवा पा रहे हैं। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि वे इस योजना को फिर से शुरू करें ताकि गरीब लोग अपने इलाज करवा सकें।
Haryana: सीएमओ जींद, डॉ. गोपाल ने कहा कि सरकार को डॉक्टरों के बकाया भुगतान जल्द से जल्द करना चाहिए ताकि आयुष्मान कार्ड से इलाज दोबारा शुरू हो सके। वहीं, प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टर मनोज कुमार ने कहा कि भुगतान में देरी के कारण अस्पतालों ने आयुष्मान कार्ड से इलाज बंद कर दिया है, लेकिन सरकार से यह अनुरोध है कि वे जल्द से जल्द बकाया राशि का भुगतान करें ताकि मरीजों को राहत मिल सके।
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