Chandigarh में आयोजित एक महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता में, हरियाणा के CM Naib Saini और कृषि मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं और कांग्रेस पर तीखे आरोप लगाए। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने अपनी सरकार की किसानों के लिए की गई योजनाओं और उपलब्धियों को उजागर करते हुए विपक्ष को भी कठघरे में खड़ा किया।
CM Naib Saini ने प्रेस वार्ता की शुरुआत पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई को उनकी पुण्यतिथि पर नमन करते हुए की। उन्होंने कहा कि हरियाणा में पिछले वर्ष की तुलना में बारिश कम हुई है, जिससे किसानों का खेती में खर्च बढ़ा है। इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने किसानों को 2 हजार रुपए प्रति एकड़ बोनस देने का फैसला किया है, जिसकी पहली किस्त आज जारी की गई है।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य के 14 जिलों में पशु चिकित्सा क्लीनिक चल रहे हैं और शेष 8 जिलों में भी जल्द ही पशु चिकित्सा क्लीनिक खोले जाएंगे। उन्होंने दुग्ध विक्रेताओं के लिए भी एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए कहा कि जिनकी आय 3 लाख रुपए से कम है, उन्हें दयालु योजना के तहत स्वास्थ्य योजना में शामिल किया जाएगा। इसके तहत, 15 करोड़ 69 लाख रुपए की सब्सिडी भी जारी की गई है।
Haryana News: मुख्यमंत्री सैनी ने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि विपक्ष केवल भ्रामक प्रचार कर रहा है। उन्होंने कहा, “हमने किसानों के लिए अनेक योजनाएं चलाई हैं और एमएसपी पर फसलों की खरीद की है, जबकि कांग्रेस ने अपने कार्यकाल में ऐसा कुछ नहीं किया।” उन्होंने दावा किया कि उनकी सरकार ने पिछले 10 वर्षों में 33 लाख 52 हजार मीट्रिक टन सरसों और 50 लाख 65 हजार 264 मीट्रिक टन बाजरा एमएसपी पर खरीदा है।
मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर किसानों की जमीनें हथियाने का भी आरोप लगाया और कहा कि उनकी सरकार ने किसानों की जमीनों की रक्षा की है। उन्होंने पराली प्रबंधन में हरियाणा की उपलब्धियों को भी गिनाया और कहा कि केंद्र सरकार ने हरियाणा को पराली प्रबंधन के लिए अन्य राज्यों के लिए एक उदाहरण बताया है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उनकी सरकार ने किसानों के हितों के लिए 232 करोड़ रुपए की पराली प्रोत्साहन राशि वितरित की है।
Haryana News: प्रेस वार्ता के दौरान, मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि हरियाणा में चुनाव समय पर होंगे और उन्हें पहले कराने की कोई योजना नहीं है। उन्होंने कांग्रेस को चेतावनी दी कि वह किसानों को गुमराह न करे और उनके झूठ का हिसाब मांगा।