Haryana में गुरुद्वारों की देखरेख और प्रबंधन को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से हरियाणा सरकार ने नई हरियाणा गुरुद्वारा प्रबंधक एडहॉक कमेटी का गठन किया है। इस कमेटी में कुल 41 सदस्य शामिल किए गए हैं, जिसमें 16 पुराने और 25 नए सदस्य शामिल हैं। इस कमेटी का गठन हरियाणा के गुरुद्वारों की सेवा और उनके प्रबंधन में सुधार के लिए किया गया है।
इस अवसर पर Haryana सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भूपेंद्र सिंह असंध ने प्रेस वार्ता आयोजित कर सरकार का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने हमें एक बार फिर से गुरुद्वारों की सेवा करने का अवसर प्रदान किया है, जिसके लिए हम आभारी हैं। भूपेंद्र सिंह ने जोर देते हुए कहा कि कमेटी में शामिल नए सदस्यों के साथ मिलकर हम गुरुद्वारों की सेवा के कार्य को और अधिक उत्साह के साथ करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि हरियाणा सरकार का गुरुद्वारों की प्रबंधक कमेटी के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका रही है, और यह प्रयास राज्य के सिख समुदाय के हितों के लिए अत्यंत आवश्यक था।
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Haryana: भूपेंद्र सिंह असंध ने बताया कि हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के गठन के बाद से ही राज्य के गुरुद्वारों और सिख समुदाय के लिए लगातार कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कमेटी गुरुद्वारों की सेवा और उनके प्रबंधन में सुधार के लिए प्रतिबद्ध है और यह कार्य आगे भी निरंतर जारी रहेंगे। कमेटी के नए सदस्य अपने अनुभव और समर्पण के साथ इन कार्यों को और अधिक प्रभावी बनाएंगे।
इसके अलावा, Haryana गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता कवलजीत सिंह अजराना ने भी सरकार का धन्यवाद करते हुए कहा कि यह कमेटी गुरु घरों की सेवा के लिए हमेशा खड़ी रहेगी। उन्होंने कहा कि नए सदस्यों के जुड़ने से कमेटी के कार्यों में नई ऊर्जा का संचार होगा, और विकास कार्यों को और तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा। कवलजीत सिंह ने इस बात पर भी जोर दिया कि कमेटी गुरुद्वारों के विकास और उनके प्रबंधन को और अधिक कुशल बनाने के लिए लगातार प्रयासरत रहेगी।
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Haryana: नई कमेटी के गठन से Haryana के गुरुद्वारों के प्रबंधन में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है। राज्य के सिख समुदाय ने भी इस कदम का स्वागत किया है और सरकार के इस निर्णय को सिख समुदाय के हितों के लिए महत्वपूर्ण बताया है। कमेटी के सदस्यों ने यह भी आश्वासन दिया कि वे गुरुद्वारों की सेवा में किसी भी प्रकार की कमी नहीं आने देंगे और इसे एक आदर्श प्रबंधन प्रणाली के रूप में स्थापित करने का प्रयास करेंगे।
नई एडहॉक कमेटी के गठन से गुरुद्वारों के प्रबंधन में पारदर्शिता और सेवा भाव को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके साथ ही, कमेटी का लक्ष्य गुरुद्वारों की सेवा में किसी भी प्रकार की राजनीति या विवाद को दूर रखते हुए सिख समुदाय के धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों की रक्षा करना है।
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