Haryana में नेशनल हेल्थ मिशन (NHM) कर्मचारियों का प्रदर्शन अब उग्र रूप लेता जा रहा है। कर्मचारियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की जातीं, तो विधानसभा चुनाव में जवाब देने का ऐलान किया है।
NHM कर्मचारियों का उग्र प्रदर्शन
हरियाणा के चर्की दादरी स्थित सिविल अस्पताल में NHM कर्मचारियों ने हड़ताल कर दी है, जो अब एक सप्ताह से जारी है। कर्मचारियों ने 4 अगस्त तक हड़ताल जारी रखने का निर्णय लिया है और धरना प्रदर्शन के साथ ही सरकार को आर-पार की लड़ाई का भी संकेत दिया है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की जातीं, तो हड़ताल और उग्र रूप ले सकती है, और आगामी विधानसभा चुनाव में वे सरकार को वोट की चोट देंगे।
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स्वास्थ्य सेवाओं पर असर
NHM कर्मचारियों की हड़ताल के चलते सिविल अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं पर गंभीर असर पड़ा है। यूनियन के प्रधान सोमबीर शर्मा की अगुवाई में कर्मचारियों ने धरना दिया और प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि सरकार ने समझौते के बावजूद उनकी मांगों को पूरा नहीं किया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे तब तक काम पर लौटेंगे जब तक उनकी सभी मांगें पूरी नहीं हो जातीं।
कर्मचारियों की चिंताएं और भविष्य की योजना
धरने पर बैठे कर्मचारियों में मांगेराम, कृष्णा देवी, सीमा, और शीला देवी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि हड़ताल के कारण बिना अनुभव के कर्मचारियों द्वारा मरीजों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है, जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी। प्रदेश भर के लगभग 18 हजार कर्मचारी अब आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं। अगर बार-बार सूचित करने के बावजूद समाधान नहीं हुआ, तो वे विधानसभा चुनाव में विरोध स्वरूप वोट डालकर सरकार को सबक सिखाएंगे।
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सरकार को संदेश
NHM कर्मचारियों का यह प्रदर्शन सरकार के लिए एक सख्त संदेश है कि वे अपनी मांगों को लेकर गंभीर हैं और उनका हड़ताल का यह तरीका सरकार पर दबाव डालने के लिए है। कर्मचारियों की इस हड़ताल से सरकार के लिए राजनीतिक और प्रशासनिक दबाव बढ़ गया है।
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