Haryana:कैथल में पेंशन बहाली संघर्ष समिति हरियाणा की राज्य कार्यकारिणी की मीटिंग जारी है। इस मीटिंग का मुख्य उद्देश्य हरियाणा में फिर से पुरानी पेंशन योजना (OPS) के आंदोलन को तेज करना है। मीटिंग में बड़े आंदोलन का फैसला लिया जा सकता है, जिसमें मुख्यमंत्री आवास का घेराव भी शामिल हो सकता है। पेंशन बहाली संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजेंद्र धारीवाल ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि समिति मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री के बयानों से नाराज है।
इस मीटिंग में हरियाणा के हर जिले की कार्यकारिणी के सदस्य मौजूद हैं। विजेंद्र धारीवाल ने कहा कि हम लंबे समय से पुरानी पेंशन बहाली के लिए संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन सरकार ने हमारी मांगों को अनसुना कर दिया है। हमने लोकसभा चुनाव में वोट की चोट से इसका जवाब दिया है और यदि सरकार जल्द ही पुरानी पेंशन योजना को बहाल नहीं करती है, तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। आज की मीटिंग में हम मुख्यमंत्री आवास की घेराव का फैसला लेंगे और इस आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
विजेंद्र धारीवाल ने यह भी कहा कि पुरानी पेंशन बहाली के लिए हमारा संघर्ष सामाजिक सुरक्षा का मामला है और हम चुनाव के समय में दबाव की राजनीति नहीं कर रहे हैं। सरकार को इसका संज्ञान जल्द लेना चाहिए, अन्यथा आने वाले समय में आंदोलन को और व्यापक किया जाएगा।
चंडीगढ़ में हुए कंगना राणावत के साथ थप्पड़ कांड पर भी धारीवाल ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह एक भावनात्मक रूप से लिया गया फैसला था और समिति किसी भी प्रकार की हिंसा का समर्थन नहीं करती। उन्होंने कहा कि नेताओं और अभिनेताओं को भी समझदारी से बयानबाजी करनी चाहिए और इस तरह की घटनाओं से बचना चाहिए।
विजेंद्र धारीवाल ने कहा कि विरोध दर्ज करने के कई तरीके हैं और हमें अहिंसात्मक तरीके से अपना विरोध दर्ज करना चाहिए। उन्होंने नेताओं को सलाह दी कि उन्हें आदर्श रूप में स्थापित करने के लिए इस तरह की बयानबाजी से बचना चाहिए।