कल शाम Himachal Pradesh में बादल फटने के बाद आई तबाही ने कई मकान, दुकान, और इमारतों को अपनी चपेट में ले लिया। इस तबाही का सबसे खौफनाक मंजर मणिकर्णिका घाटी पर पार्वती नदी ने दिखाया, जहां एक बहुमंजिला इमारत भरभरा कर गिर गई।
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मणिकर्णिका घाटी में तबाही
हमारी टीम अपनी जान पर खेलकर पार्वती घाटी के तट पर पहुंची, जहां सुरक्षा का खतरा था, लेकिन आपको सावधान करना ज्यादा जरूरी था। मणिकर्णिका घाटी पर स्थित पार्वती नदी के विकराल दृश्य को दिखाने के लिए हम वहां पहुंचे।
पार्वती नदी का विकराल रूप
यह खौफनाक मंजर है हिमाचल प्रदेश की मणिकर्णिका घाटी का, जहां पार्वती नदी की रफ्तार किसी को भी भयभीत कर सकती है। बीते 24 घंटे से नदी इसी तरह उफान पर है और उसके आगोश में जो भी आ रहा है, वो नदी के साथ बह जा रहा है, चाहे वह बहुमंजिला इमारत हो या सैकड़ों टन के पेड़।
नुकसान का आकलन
नदी में डूबी हुई एक इमारत, जो कल तक सब्जी मंडी थी, अब मलबे में बदल गई है। स्थानीय लोगों के अनुसार, कल शाम से ही नदी विकराल रूप धरे हुए है। राज्य सरकार को इमारतों की सुरक्षा के लिए पहले ही प्रस्ताव और चिट्ठी लिखी गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
राज्य सरकार की लापरवाही
हमारी टीम लगातार पहाड़ों की तबाही को दिखा रही है ताकि आप इस आपदा में फंस न जाएं। हिमाचल या उत्तराखंड, आने वाले 3 दिन पहाड़ों के लिए किसी काल से कम नहीं हैं। सरकार को इस प्राकृतिक आपदा के प्रति सतर्क रहना होगा और तत्काल राहत कार्यों को बढ़ावा देना होगा।
स्थानीय निवासियों की स्थिति
इस आपदा के बाद स्थानीय निवासियों की स्थिति अत्यंत दयनीय हो गई है। घरों, दुकानों और जीवन यापन के साधनों के नष्ट हो जाने से लोग बेघर हो गए हैं। राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन को तुरंत राहत कार्यों में जुटना होगा और प्रभावित लोगों की मदद करनी होगी।
निष्कर्
Himachal Pradesh में आई इस प्राकृतिक आपदा ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। सरकार और प्रशासन को ऐसी आपदाओं से निपटने के लिए पहले से तैयार रहना चाहिए ताकि जान-माल का नुकसान कम से कम हो। पार्वती नदी का विकराल रूप और मणिकर्णिका घाटी में हुई तबाही हमें यह याद दिलाती है कि प्रकृति के आगे हम कितने बेबस हैं।
Himachal Pradesh में किस स्थान पर बादल फटा?
बादल हिमाचल प्रदेश के मणिकर्णिका घाटी में फटा।
इस आपदा का सबसे खौफनाक मंजर कहाँ देखने को मिला?
इस आपदा का सबसे खौफनाक मंजर मणिकर्णिका घाटी में पार्वती नदी पर देखने को मिला।
क्या नुकसान हुआ है?
कई मकान, दुकान और इमारतें इस तबाही की चपेट में आ गईं, जिसमें एक बहुमंजिला इमारत भी शामिल है जो गिर गई।
राज्य सरकार ने क्या कदम उठाए हैं?
राज्य सरकार को पहले ही इमारतों की सुरक्षा के लिए प्रस्ताव और चिट्ठी लिखी गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
आगे की स्थिति क्या हो सकती है?
आने वाले 3 दिन पहाड़ों के लिए बहुत कठिन हो सकते हैं, इसलिए सरकार और स्थानीय प्रशासन को सतर्क रहना होगा।