आगामी 22 दिनों में संभावित बाढ़ से बचाव हेतु होमगार्ड के जवानों ने एक जागरूकता अभियान चलाया। यह अभियान नर्मदा नदी के हंडिया घाट पर आयोजित किया गया, जहां बाढ़ आपदा से बचाव के तरीके तथा आपदा प्रबंधन उपकरणों का प्रदर्शन किया गया। इस अभियान के दौरान एक मॉक ड्रिल का आयोजन भी किया गया, जिसमें जिले के आपदा प्रबंधन के दौरान कार्य करने वाले विभाग के अधिकारी सहित लगभग 150 अधिकारी, कर्मचारी और स्वयंसेवी सदस्य उपस्थित रहे।
इस आपदा प्रबंधन संबंधी डेमोंस्ट्रेशन में बाढ़ आपदा के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गई। कार्यक्रम में इंप्रोवाइज्ड मैथर्ड से बनी सामग्रियों का प्रदर्शन किया गया, जैसे पानी की खाली बोतलों से बने लाइफ जैकेट, खाली टिन के पिपों से बनी राफ्ट का पानी में उपयोग, बोट/ROV से विक्टिम को बचाने का लाइव डेमोस्ट्रेशन और फ्लोटिंग पंप की उपयोगिता के बारे में जानकारी प्रदान की गई।
होमगार्ड के जवानों ने इन सभी तकनीकों और उपकरणों का प्रभावी ढंग से उपयोग करने के तरीकों को समझाया। इस जागरूकता अभियान का मुख्य उद्देश्य लोगों को बाढ़ आपदा से बचाव के लिए तैयार करना और आपदा के समय सही कदम उठाने के लिए सशक्त बनाना था।
इस अभियान में विभिन्न प्रकार के आपदा प्रबंधन उपकरणों का प्रदर्शन किया गया, जिनका बाढ़ के दौरान प्रभावी ढंग से उपयोग किया जा सकता है। खाली बोतलों से बने लाइफ जैकेट और टिन के पिपों से बनी राफ्ट ने दिखाया कि किस प्रकार साधारण सामग्रियों का उपयोग करके आपात स्थिति में जीवन रक्षक उपकरण बनाए जा सकते हैं।
फ्लोटिंग पंप का प्रदर्शन किया गया और इसके उपयोगिता के बारे में जानकारी दी गई कि कैसे यह पंप बाढ़ के पानी को निकालने में मददगार साबित हो सकता है। बोट और ROV का उपयोग कर विक्टिम को बचाने का लाइव डेमोस्ट्रेशन भी किया गया, जिससे उपस्थित लोगों को वास्तविक परिस्थिति में उपकरणों के उपयोग का अनुभव हुआ।