This year 15th August 2024: को भारत अपने स्वतंत्रता दिवस को बड़े उत्साह और गर्व के साथ मनाने की तैयारी कर रहा है। यह दिन देश के महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की याद में और उनके बलिदानों को श्रद्धांजलि देने के लिए समर्पित है, जिन्होंने ब्रिटिश हुकूमत से भारत को आज़ादी दिलाने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी। देशभर में और विदेशों में बसे भारतीय इस दिन को विशेष रूप से मनाते हैं।
77वां या 78वां स्वतंत्रता दिवस?
यहां हमारे व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें
2024 में भारत का स्वतंत्रता दिवस ‘विकसित भारत’ की थीम के तहत मनाया जाएगा, जो कि 2047 तक देश को एक विकसित राष्ट्र बनाने की भारत सरकार की दृष्टि को दर्शाता है। इस थीम के बीच एक सवाल जो कई लोगों के मन में उठ रहा है वह यह है कि क्या यह भारत का 77वां स्वतंत्रता दिवस है या 78वां?
1947 में, 15 अगस्त को भारत ने ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त की थी। यदि हम 1947 को आधार वर्ष मानते हैं, तो 2024 में भारत की स्वतंत्रता के 77 वर्ष पूरे हो जाएंगे। हालांकि, यदि हम 1947 को पहले स्वतंत्रता दिवस के रूप में गिनते हैं, तो 2024 भारत का 78वां स्वतंत्रता दिवस होगा।
इस प्रकार, यह कहना सही होगा कि इस साल भारत 77 वर्ष की स्वतंत्रता का जश्न मनाते हुए 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। यह गणना इस बात पर निर्भर करती है कि आप किस आधार पर स्वतंत्रता दिवस की संख्या गिनते हैं।
स्वतंत्रता दिवस 2024 के उत्सव की तैयारियां
15 अगस्त को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे। इसके बाद, सुबह 7:30 बजे से देश को संबोधित करेंगे, जो उनका लगातार 11वां स्वतंत्रता दिवस भाषण होगा। इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण दूरदर्शन और पीआईबी के यूट्यूब चैनल सहित सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर भी किया जाएगा।
प्रधानमंत्री के संबोधन में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को श्रद्धांजलि देने के साथ-साथ, वे देश की प्रगति पर चर्चा करेंगे और भविष्य की योजनाओं का उल्लेख करेंगे। इस अवसर पर एक भव्य परेड का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें भारत की सैन्य शक्ति, सांस्कृतिक विविधता और तकनीकी प्रगति का प्रदर्शन किया जाएगा। शाम के समय, देशभर के प्रमुख इमारतों और स्मारकों को रोशनी से सजाया जाएगा, जो उत्सव का माहौल और भी बढ़ा देगा।
इस ऐतिहासिक दिन को मनाते हुए, भारत अपने गौरवशाली इतिहास और स्वतंत्रता की जंग की यादों के साथ-साथ ‘विकसित भारत’ की ओर अपने सफर को भी सराहेगा।