Israel ने शुक्रवार शाम को की गई एक एयरस्ट्राइक में हिजबुल्लाह के चीफ हसन नसरल्लाह को मार गिराया, जिसके बाद क्षेत्र में तनाव और बढ़ गया है। नसरल्लाह की मौत के बाद इजराइल और लेबनान के बीच पूर्ण युद्ध की संभावना बढ़ गई है, जिससे पश्चिम एशिया के साथ ही कई अन्य देशों में भी तनाव का माहौल पैदा हो गया है।
Israel: खामेनेई का भड़काऊ बयान
इसी बीच, ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई ने एक बयान जारी कर मुसलमानों से एकजुट होने की अपील की है। सुरक्षित स्थान पर पहुंचने के बाद उन्होंने लेबनान और हिजबुल्लाह के समर्थन में सभी मुस्लिम देशों को खड़ा होने का आह्वान किया है। खामेनेई ने अपने बयान में कहा, “सभी मुस्लिम, अपने साधनों का इस्तेमाल करते हुए इजराइल के अत्याचार का मुकाबला करें। यह सभी मुसलमानों का दायित्व है। इस क्षेत्र का भाग्य प्रतिरोध की ताकतों से तय होगा, जिसमें हिजबुल्लाह सबसे आगे होगा।”
पश्चिम एशिया में बढ़ती जंग की आहट
खामेनेई के इस बयान के बाद पश्चिम एशिया में युद्ध का खतरा और गहरा गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर इस संघर्ष को जल्द रोका नहीं गया तो मध्य पूर्व और पश्चिम एशिया के कई देश इसकी चपेट में आ सकते हैं। इजराइल फिलहाल शांति स्थापित करने के मूड में नहीं दिख रहा है, क्योंकि उसने अमेरिका की 21 दिनों के युद्धविराम की अपील को खारिज कर दिया है।
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युद्ध के बढ़ने की संभावना
ईरान की ओर से दिए गए इस भड़काऊ बयान के बाद माना जा रहा है कि इजराइल इस जंग को और तेज कर सकता है। पश्चिम एशिया के कई देश जैसे आर्मेनिया, अजरबैजान, बहरीन, इराक, लेबनान, फिलिस्तीन, कतर, सऊदी अरब, सीरिया, तुर्की, यमन आदि इस संघर्ष से प्रभावित हो सकते हैं। अगर जंग और बढ़ती है, तो कई देश लेबनान और फिलिस्तीन के समर्थन में कूद सकते हैं।
हालांकि, इजराइल को भी कई देशों का समर्थन प्राप्त है। मुस्लिम देश जॉर्डन ने इजराइल का खुला समर्थन किया है और यहां तक कि अपनी सेना भी भेजी है। इससे पहले भी जॉर्डन, ईरान के खिलाफ इजराइल के साथ खड़ा था।
नतीजे होंगे गंभीर
अगर यह जंग आगे बढ़ती है तो इसके परिणाम गंभीर हो सकते हैं। पश्चिम एशिया के देशों में बढ़ते तनाव ने इस क्षेत्र की शांति और स्थिरता पर खतरा मंडरा दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस जंग को अगर जल्दी नहीं रोका गया, तो यह पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय बन सकता है।