Odisha News: जगन्नाथ मंदिर के बंद दरवाजों की कहानी, वर्षों बाद बीजेपी के प्रयासों से फिर खुले

पुरी: ओडिशा के पुरी स्थित प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर के तीन दरवाजे, जो कई वर्षों से बंद थे, अब खुल गए हैं। बीजेपी के प्रयासों से यह महत्वपूर्ण कार्य संपन्न हुआ है। इन दरवाजों की कहानी और इनके खुलने के पीछे का इतिहास धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है।

जगन्नाथ मंदिर के ये तीन दरवाजे – बेहड़ा द्वार, चक्र द्वार और गरुड़ द्वार – कई वर्षों से बंद थे। इन दरवाजों के बंद होने के पीछे धार्मिक मान्यताएं और विभिन्न ऐतिहासिक घटनाएं जुड़ी हुई हैं। किंवदंतियों के अनुसार, इन दरवाजों के माध्यम से भगवान जगन्नाथ के विशेष अनुष्ठान और पूजा की जाती थी, लेकिन समय के साथ इन दरवाजों को बंद कर दिया गया था। इसके कारण श्रद्धालुओं को विशेष पूजा और अनुष्ठान का हिस्सा बनने का अवसर नहीं मिल पाता था।

बीजेपी के प्रयासों से इन दरवाजों को दोबारा खोलने का कार्य शुरू किया गया। पार्टी ने स्थानीय प्रशासन और मंदिर प्रबंधन के साथ मिलकर यह सुनिश्चित किया कि इन दरवाजों को खोला जाए और श्रद्धालुओं को पुनः विशेष पूजा और अनुष्ठान का लाभ मिल सके।

बीजेपी नेता ने कहा, “यह हमारे लिए गर्व की बात है कि हमने जगन्नाथ मंदिर के इन महत्वपूर्ण दरवाजों को पुनः खोलने में सफलता प्राप्त की है। इससे श्रद्धालुओं को भगवान जगन्नाथ के दर्शन और विशेष पूजा का अवसर मिलेगा।”

इस कदम का मंदिर के पुजारियों और श्रद्धालुओं ने स्वागत किया है। एक पुजारी ने कहा, “इन दरवाजों के खुलने से हम अपने प्राचीन परंपराओं और अनुष्ठानों को फिर से जीवित कर सकेंगे। यह हमारे धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”

इस घटना ने श्रद्धालुओं के बीच खुशी और उत्साह का माहौल पैदा कर दिया है। अब श्रद्धालु विशेष अनुष्ठानों और पूजा में शामिल होकर भगवान जगन्नाथ का आशीर्वाद प्राप्त कर सकेंगे।

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मनीष कुमार एक उभरते हुए पत्रकार हैं और हिंदी States में बतौर Sub-Editor कार्यरत हैं । उनकी रुचि राजनीती और क्राइम जैसे विषयों में हैं । उन्होंने अपनी पढ़ाई IMS Noida से की है।
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