Jammu-Kashmir के कठुआ जिले में हुए हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन कश्मीर टाइगर्स ने ली है। संगठन ने बयान जारी कर कहा है कि उनके कैडर ने इस हमले में एम4 असॉल्ट राइफल, स्नाइपर ग्रेनेड और अन्य हथियारों का इस्तेमाल किया। आतंकी संगठन ने इस तरह के और हमले करने की कसम भी खाई है।
इस हमले में 5 जवान शहीद हो गए थे और 5 जवान घायल हो गए थे। घायल जवानों को उपचार के लिए एयरलिफ्ट कर पठानकोट मिलिट्री हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। आतंकियों द्वारा किए गए इस हमले ने पूरे क्षेत्र में दहशत फैला दी है।
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Jammu-Kashmir: कश्मीर टाइगर्स ने अपने बयान में कहा, “हमने कठुआ में भारतीय सेना के वाहन पर हमला किया और एम4 असॉल्ट राइफल, स्नाइपर ग्रेनेड और अन्य हथियारों का इस्तेमाल किया। हम आने वाले दिनों में इस तरह के और हमले करेंगे और अपने संघर्ष को जारी रखेंगे।”
इस हमले के बाद सुरक्षा बलों ने इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है और सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। पुलिस और सेना ने मिलकर हमले के दोषियों को पकड़ने के लिए व्यापक अभियान चलाया है।
Jammu-Kashmir: सेना और पुलिस के अधिकारियों ने कहा है कि हमले के पीछे की साजिश का पता लगाने के लिए सभी संभावित कोणों से जांच की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि आतंकियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें उनके किए की सजा दी जाएगी।
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इस हमले ने एक बार फिर से जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा की स्थिति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सरकार ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का वादा किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शहीद जवानों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है और घायल जवानों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। उन्होंने कहा कि सरकार आतंकियों के खिलाफ सख्त कदम उठाएगी और देश की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी।
Jammu-Kashmir: इस हमले से जुड़े सभी सबूतों को संकलित किया जा रहा है और जांच एजेंसियां हर पहलू की बारीकी से जांच कर रही हैं। सुरक्षा बलों ने लोगों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत देने की अपील की है।
कश्मीर टाइगर्स के इस बयान से सुरक्षा बलों को सतर्कता बरतने की जरूरत है और आने वाले समय में आतंकियों के किसी भी हमले को नाकाम करने के लिए तैयार रहना होगा।
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