Kolkata के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुए रेप-मर्डर केस पर मंगलवार (17 सितंबर, 2024) को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस डी. वाई. चंद्रचूड़ ने एक वकील को कड़ी फटकार लगाई। इस वकील ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग करते हुए जोर-जोर से बोलना शुरू कर दिया। सीजेआई ने उन्हें सख्ती से कहा कि कोर्ट में किसी राजनीतिक विषय पर चर्चा नहीं होनी चाहिए और इस मामले में उनकी इजाजत की जरूरत नहीं है।
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सुनवाई के दौरान, सीजेआई चंद्रचूड़ ने स्पष्ट किया कि वह सिर्फ डॉक्टरों की शिकायतों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और राजनीतिक मुद्दों पर बात नहीं करना चाहते। उन्होंने कहा, “यह राजनीतिक मंच नहीं है। आप बार के सदस्य हैं और कानूनी अनुशासन के नियमों का पालन करना होगा।” वकील के निरंतर बोलने पर सीजेआई ने चेतावनी दी कि अगर उन्होंने अपनी आवाज नहीं कम की, तो उन्हें कोर्ट से बाहर कर दिया जाएगा।
इस बीच, वकील इंदिरा जयसिंह ने प्रदर्शनकारी डॉक्टरों की सुरक्षा की अपील की, जबकि कपिल सिब्बल ने आश्वासन दिया कि जूनियर डॉक्टरों के खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं की जाएगी। इस मामले ने अदालत में तनाव पैदा कर दिया और सीजेआई चंद्रचूड़ ने अपने कड़े रुख से यह स्पष्ट कर दिया कि अदालत में राजनीतिक बयानों की कोई जगह नहीं है।