Madhya Pradesh: के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वे सरकारी स्कूल में मिड-डे मील के दौरान सब्जी में ‘आलू’ ढूंढ़ते नजर आ रहे हैं। ग्वालियर के डीआरपी लाइन स्थित पीएम श्री शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में मंत्री ने औचक निरीक्षण किया और बच्चों के लिए परोसे जाने वाले मिड-डे मील की गुणवत्ता जांची।
आलू की सब्जी से ‘आलू’ नदारद
मंत्रीजी को सोयाबीन-आलू की सब्जी परोसी गई, लेकिन जब उन्होंने ध्यान से देखा तो सब्जी में सिर्फ पानी ही नजर आया। वीडियो में देखा जा सकता है कि मंत्रीजी सब्जी में आलू का टुकड़ा खोजने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला। इस घटना के बाद विपक्ष ने सरकार पर भ्रष्टाचार और मिड-डे मील की खराब गुणवत्ता को लेकर निशाना साधा है।
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नेता प्रतिपक्ष का आरोप
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, “मध्य प्रदेश के स्कूलों में मिड-डे मील की हालत मंत्री जी के चेहरे के भाव से समझी जा सकती है। यह केवल इसी स्कूल की समस्या नहीं है, बल्कि पूरे प्रदेश में बच्चों को ऐसा ही भोजन परोसा जा रहा है।”
मिड-डे मील की स्थिति पर मंत्रीजी का नाराजगी भरा रुख
मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने मिड-डे मील की गुणवत्ता पर नाराजगी जताई। उन्होंने तुरंत जिला पंचायत सीईओ से फोन पर बात की और स्कूल में बच्चों को परोसे जा रहे खराब भोजन पर चिंता व्यक्त की। मिड-डे मील में दाल की गुणवत्ता को भी लेकर मंत्रीजी ने नाराजगी जाहिर की, क्योंकि दाल पानी की तरह पतली थी और उसमें पोषण का अभाव नजर आ रहा था।
#MP के स्कूलों में मध्यान्ह भोजन की हालत कैसी है, ये मंत्री जी की थाली और उनके चेहरे के भाव से समझा जा सकता है!
— Umang Singhar (@UmangSinghar) September 19, 2024
ये हैं #MP के ऊर्जा मंत्री @PradhumanGwl जिन्होंने ग्वालियर DRP लाइन के #PM_श्री_शासकीय_उच्चतर _माध्यमिक_विद्यालय में मध्यान्ह भोजन चखा!
वास्तव में चखा ही, खाया तो… pic.twitter.com/qCAD3PkAmW
मिड-डे मील के सुधार की मांग
इस घटना के बाद मंत्रीजी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्कूल में बच्चों को पोषक और गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध कराया जाए। यह वीडियो सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने मिड-डे मील की गुणवत्ता को लेकर सरकार की आलोचना की है।