एस हरिप्रिया ने 2017 में ‘Extrokids’ नाम से एक ऑनलाइन टॉय स्टोर की शुरुआत की, जो बच्चों के दिमागी विकास के लिए खास खिलौने बेचता है। यह बिजनेस उनकी मां एस बानू के साथ मिलकर शुरू किया गया था, और आज यह हर महीने 15,000 से ज्यादा ऑर्डर पाता है। इंस्टाग्राम पर इसके पांच लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं, और यह लाखों माता-पिता तक पहुंच चुका है।
कैसे शुरू हुआ ‘Extrokids’?
हरिप्रिया, जो दो बच्चों की मां हैं, ने दूसरे बच्चे के जन्म के बाद उन खिलौनों की तलाश शुरू की जो उनके बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास में मदद कर सकें। उन्हें यह महसूस हुआ कि बाजार में ऐसे खिलौनों की कमी है, जो बच्चों को स्क्रीन से दूर रखते हुए उनकी स्किल्स को बढ़ावा दे सके।
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इसी समस्या को हल करने के लिए उन्होंने ‘Extrokids’ की नींव रखी। उन्होंने न केवल अपने बच्चों के लिए, बल्कि बाकी माता-पिता के लिए भी ऐसे खिलौने उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा, जो बच्चों को सीखने में मदद करें।
शुरुआती चुनौतियां और सफलता की कहानी
कोयम्बटूर, तमिलनाडु से 5000 रुपये से शुरू किए गए इस बिजनेस की राह आसान नहीं थी। शुरुआत में हरिप्रिया को पारिवारिक दबाव का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। बिजनेस में उनका साथ उनकी मां ने दिया, जो अब Extrokids का प्रमुख चेहरा हैं।
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हरिप्रिया ने अपने बिजनेस को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स जैसे व्हाट्सएप और फेसबुक से शुरू किया। धीरे-धीरे उन्होंने ई-कॉमर्स का तरीका सीखा और खुद का वेबसाइट भी बनाया। आज Extrokids के पास 500 से अधिक खिलौनों की कैटलॉग है और यह हर महीने 15,000 से ज्यादा ऑर्डर पाता है।
‘Extrokids’ की भविष्य की योजनाएं
हरिप्रिया अब चाहती हैं कि Extrokids एक बड़ा बाजार बने जहां बच्चों की विभिन्न उत्पादों को एक ही जगह से खरीदा जा सके। उनका लक्ष्य है कि वे हर बच्चे तक ऐसा उत्पाद पहुंचाएं, जो उन्हें स्क्रीन से दूर रखकर खेल-खेल में सिखा सके।
हरिप्रिया का मानना है कि किसी भी बिजनेस को सफल बनाने के लिए निरंतरता बहुत जरूरी है। उनके अनुसार, “90 दिन तक कंसिस्टेंट रहें, चाहे बिजनेस में मुनाफा हो या नुकसान, आपको रिजल्ट जरूर मिलेगा।