Israel की खुफिया एजेंसी मोसाद को “मौत” का दूसरा नाम माना जाता है। यह एजेंसी अत्यंत कुशल और गुप्त ऑपरेशनों के लिए जानी जाती है, जो इतनी खुफिया तरीके से किए जाते हैं कि दुनिया में किसी को भी भनक नहीं लगती। मोसाद ने कई महत्वपूर्ण ऑपरेशन्स को अंजाम देकर अपना नाम रोशन किया है।
लेबनान में हुए धमाकों में मोसाद का हाथ
हाल ही में लेबनान में हुए धमाकों में मोसाद की भूमिका पर सवाल उठाए जा रहे हैं। इन धमाकों में वॉकी-टॉकी, लैपटॉप और मोबाइल डिवाइसों पर ब्लास्ट हुए, जिससे सैकड़ों लोग घायल हो गए। आरोप है कि मोसाद ने इन पेजर्स में विस्फोटक छेड़छाड़ कर इन ब्लास्टों को अंजाम दिया है। इससे पहले 31 जुलाई को तेहरान में हमास लीडर इस्माइल हानिया की हत्या का भी दावा किया गया था कि मोसाद ने ही उन्हें मार डाला है।
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मोसाद की ऑपरेशनल क्षमता और तकनीक
मोसाद इजराइल की राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी है, जिसकी स्थापना 13 दिसंबर 1949 को हुई थी। इस एजेंसी का मुख्य उद्देश्य दुश्मन के खिलाफ खुफिया जानकारी जुटाना और आवश्यकतानुसार उसे समाप्त करना है। मोसाद अपने ऑपरेशन्स को अत्यधिक कुशलता से अंजाम देती है, जिसमें यह फर्जी नाम और पहचान पत्रों का उपयोग करती है।
तकनीकी और मानव बुद्धि पर निर्भरता
मोसाद तकनीकी रूप से अत्यंत सक्षम है, जो ड्रोन, सैटेलाइट और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का इस्तेमाल कर निगरानी और डेटा जुटाने में माहिर है। इसके अलावा, मोसाद मानव बुद्धि का भी बखूबी उपयोग करती है, जिसमें यह अरब देशों में जासूसों की तैनाती करती है।
मोसाद के प्रमुख ऑपरेशन्स
रैथ ऑफ गॉड ऑपरेशन
1972 में म्यूनिख ओलंपिक में हुए हमले के बदले में, मोसाद ने ‘रैथ ऑफ गॉड’ ऑपरेशन चलाया, जिसमें उन्होंने जिम्मेदार व्यक्तियों को चुन-चुन कर मार डाला। इस ऑपरेशन में फोन बम, कार बम और ज़हर की सुई जैसे तरीकों का इस्तेमाल किया गया।
हद्दाद की हत्या
1976 में एयर फ्रांस विमान का अपहरण हुआ, जिसमें एक फिलिस्तीनी कमांडर वादी हद्दाद की हत्या मोसाद ने टूथपेस्ट में जहर देकर करवाई। इस घटना ने मोसाद की खुफिया क्षमता को एक बार फिर से साबित किया।
ईरान के परमाणु वैज्ञानिकों की हत्या
मोसाद ने ईरान के परमाणु वैज्ञानिकों की हत्या करवाई है ताकि ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम को रोकने में मदद मिल सके। 2004 से 2021 तक मोसाद ने छह ईरानी परमाणु वैज्ञानिकों की हत्या की, जिसमें विभिन्न तरीके जैसे जहर देना, रिमोट से बम विस्फोट आदि शामिल हैं।
मोसाद की संरचना और बजट
Israel: मोसाद अमेरिका की CIA के बाद पश्चिमी दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी जासूसी एजेंसी है। इसका सालाना बजट लगभग 10 बिलियन डॉलर है और इसमें लगभग 7 हजार कर्मचारी कार्यरत हैं। मोसाद की कार्यकारी टीम के तहत डिप्टी कमांडर मेजर जनरल डैनी यातोम ने 1996 में इसकी सीईओशिप संभाली थी और 2021 में डेविड बार्निया को मोसाद का डायरेक्टर नियुक्त किया गया।