विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एमपॉक्स (जिसे पहले मंकीपॉक्स के नाम से जाना जाता था) को एक वैश्विक आपातकाल घोषित कर दिया है। यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) की रिपोर्ट के अनुसार, एमपॉक्स वायरस कोविड-19 की तरह हवा के माध्यम से नहीं फैलता है। यह मुख्य रूप से त्वचा से त्वचा के निकट संपर्क के जरिए फैलता है।
एमपॉक्स, जो मंकीपॉक्स वायरस (ऑर्थोपॉक्सवायरस जीनस से संबंधित) के कारण होता है, त्वचा पर निकट संपर्क से फैलता है। WHO के अनुसार, एमपॉक्स का प्रमुख लक्षण त्वचा पर दाने हैं, जो मवाद भरे घावों में बदल जाते हैं और दो से चार सप्ताह तक बने रह सकते हैं।
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इसके अन्य लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, शरीर में दर्द, गले में खराश, खांसी और सूजे हुए लिम्फ नोड्स शामिल हैं।
एमपॉक्स से पीड़ित व्यक्ति तब तक संक्रामक रहता है जब तक उसकी सभी घावों पर पपड़ी न जम जाए और नई त्वचा न बन जाए। विशेषज्ञों का कहना है कि एमपॉक्स के फैलाव पर और अधिक शोध की आवश्यकता है, ताकि यह समझा जा सके कि विभिन्न परिस्थितियों में यह वायरस कैसे फैलता है।
WHO और अन्य स्वास्थ्य संगठनों ने सतर्कता बरतने की सलाह दी है।