Neem Karoli Baba Hanuman avatar माने जाने वाले नीम करोली बाबा की कहानी बेहद दिलचस्प और रहस्यमय है। नीम करोली बाबा, जिनका नाम दुनिया भर में प्रसिद्ध है, को विशेष रूप से उनके आश्रम, Kainchi Dham के लिए जाना जाता है। हालांकि, उनके नाम की उत्पत्ति के पीछे एक दिलचस्प घटना छिपी हुई है, जिसे बहुत कम लोग जानते हैं।
Neem Karoli Baba हनुमान जी का अवतार: नीम करोली बाबा की पहचान
नीम करोली बाबा का असली नाम लक्ष्मी नारायण शर्मा था। लेकिन समय के साथ, उनके नाम में बदलाव आया, और उन्होंने नीम करोली बाबा के नाम से प्रसिद्धि प्राप्त की। इस नाम के पीछे की कहानी एक अद्भुत अनुभव से जुड़ी है।
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नीम करोली बाबा की ट्रेन यात्रा की कहानी
Neem Karoli Baba कथाओं के अनुसार, बाबा एक बार ट्रेन में यात्रा कर रहे थे, लेकिन उनके पास टिकट नहीं था। इस वजह से, ट्रेन के टिकट चेक करने वाले टीटीई ने उन्हें नीम करोली स्टेशन पर उतार दिया। उस समय ट्रेन भी वहां से आगे नहीं बढ़ रही थी।
टीटीई और अन्य यात्रियों ने बाबा से माफी मांगने की कोशिश की और बाबा को ट्रेन में बैठाने के लिए आग्रह किया। खास बात यह थी कि एक व्यक्ति, जो बाबा को पहले से जानता था, उसने टीटीई से आग्रह किया। इसके बाद, बाबा को सीट पर बैठते ही ट्रेन आगे बढ़ी, और इस घटना के बाद से बाबा को नीम करोली नाम से संबोधित किया जाने लगा।
Neem Karoli Baba की दिव्यता और पवित्रता
Neem Karoli Baba की यह दिलचस्प कहानी उनके भक्तों के बीच आज भी एक प्रेरणा का स्रोत है। यह कहानी यह भी दर्शाती है कि कैसे बाबा की पवित्रता और दिव्यता ने उन्हें एक विशिष्ट नाम दिलवाया, जो आज भी उनके भक्तों के लिए एक प्रमुख पहचान बन चुका है। Mystical origin से जुड़ी इस घटना ने बाबा को एक अद्वितीय स्थान दिलाया है, जिसे उनके भक्त हमेशा याद रखते हैं।
नीम करोली बाबा की इस रहस्यमय उत्पत्ति और उनकी दिव्यता की कहानी हमें यह सिखाती है कि कैसे एक साधारण घटना भी किसी को असाधारण बना सकती है। Train journey से जुड़े इस अनुभव ने बाबा को एक नई पहचान दी और उनके नाम को अमर कर दिया। उनके जीवन की यह घटना न केवल रोचक है, बल्कि यह उनकी आध्यात्मिक यात्रा का भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।