आज यानी 7 जनवरी 2025 को नेपाल में 7.1 तीव्रता का भूकंप आया, जिसका केंद्र नेपाल-तिब्बत सीमा पर स्थित लोबुचे के उत्तर-पूर्व में था। भूकंप का समय सुबह 6:35 बजे था, और यह 93 किलोमीटर दूर था लोबुचे से। इसके झटके दिल्ली-एनसीआर और उत्तर भारत के कई इलाकों में महसूस किए गए, जिनमें बिहार भी शामिल है।
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नेपाल की राजधानी काठमांडू से लगभग 150 किलोमीटर दूर स्थित लोबुचे, खुम्बू ग्लेशियर के पास स्थित एक छोटा सा स्थान है। यह जगह एवरेस्ट बेस कैंप से करीब 8.5 किलोमीटर दूर है। भूकंप के झटके इतनी तीव्रता से महसूस हुए कि लोग अपने घरों और अपार्टमेंट्स से बाहर निकलते हुए देखे गए। हालांकि, अभी तक किसी प्रकार के संपत्ति नुकसान की सूचना नहीं मिली है।
नेपाल, जो कि एक भूकंपीय रूप से सक्रिय क्षेत्र में स्थित है, जहां भारतीय और यूरेशियाई टेक्टोनिक प्लेट्स मिलती हैं, इस प्रकार के भूकंपों का सामना अक्सर करता है। इन प्लेट्स के मिलन से हिमालय पर्वत श्रृंखला बनती है, जो इन भूकंपों के कारणों का मुख्य कारण है।
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी का अपडेट
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि भूकंप की तीव्रता 7.1 थी और इसका केंद्र 28.86 डिग्री उत्तर और 87.51 डिग्री पूर्व में था, जिसकी गहराई 10 किलोमीटर थी। भूकंप का केंद्र तिब्बत क्षेत्र (Xizang) के पास था।
इसके बाद, सुबह 7:02 बजे एक और भूकंप आया जिसकी तीव्रता 4.7 थी और उसका केंद्र 28.60 डिग्री उत्तर और 87.68 डिग्री पूर्व में था, जबकि तीसरा भूकंप 7:07 बजे आया जिसकी तीव्रता 4.9 थी। इन दोनों भूकंपों की गहराई 10 और 30 किलोमीटर थी।
नेपाली और भारतीय आपातकालीन टीमों ने भूकंप के प्रभाव का अनुमान लगाना शुरू कर दिया है और अधिकारियों ने नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील की है। साथ ही, आने वाले समय में और बाद में आफ्टरशॉक्स आने की संभावना की भी चेतावनी दी गई है।