Paris Olympics 2024: गांव में भारतीय पहलवान अंतिम पंघाल की मान्यता को रद्द कर दिया गया है और उन्हें पेरिस छोड़ने का आदेश दिया गया है। इस आदेश का कारण उनकी बहन निशा पंघाल के खिलाफ लगे आरोप हैं, जिनका संबंध गलत तरीके से एक्रीडिटेशन कार्ड के इस्तेमाल से है।
घटना का विवरण:
Paris Olympics 2024: अंतिम पंघाल की बहन निशा पंघाल को ओलंपिक गांव में घुसने के लिए गलत तरीके से एक्रीडिटेशन कार्ड का उपयोग करने के आरोप में पेरिस पुलिस द्वारा पकड़ा गया था। इस घटना ने ओलंपिक गांव की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए। निशा पंघाल को कुछ समय के लिए हिरासत में लिया गया था, लेकिन भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) के हस्तक्षेप के बाद उन्हें चेतावनी देकर छोड़ दिया गया।
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Paris Olympics 2024: भारतीय ओलंपिक संघ की प्रतिक्रिया:
इस घटना के बाद भारतीय ओलंपिक संघ ने तत्काल कार्रवाई की और अंतिम पंघाल को पेरिस से अपने कोच, भाई और बहन के साथ लौटने का निर्देश दिया। IOA ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए इस निर्णय को उचित ठहराया और सुनिश्चित किया कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
Paris Olympics 2024: अंतिम पंघाल का बयान:
अंतिम पंघाल ने इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह एक अप्रत्याशित स्थिति थी और वह अपने परिवार के सदस्यों के खिलाफ किसी भी अनुशासनहीनता को लेकर खेद महसूस करते हैं। उन्होंने कहा कि वह अपने खेल पर ध्यान केंद्रित करने के लिए ओलंपिक गांव छोड़ रहे हैं और अगले समय में बेहतर प्रदर्शन के लिए पूरी तरह से समर्पित रहेंगे।
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Paris Olympics 2024:

इस घटना ने पेरिस ओलंपिक गांव की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी सवाल उठाए हैं। गलती से एक्रीडिटेशन कार्ड के उपयोग ने सुरक्षा की खामियों को उजागर किया है और आयोजकों को सुरक्षा प्रोटोकॉल को पुनः जांचने की आवश्यकता महसूस कराई है।
भविष्य की योजना:
Paris Olympics 2024: अंतिम पंघाल और उनके टीम के सदस्य अब पेरिस छोड़ने के बाद अपने अगले खेलों और आगामी प्रतियोगिताओं की तैयारियों में लग जाएंगे। भारतीय ओलंपिक संघ ने यह सुनिश्चित किया है कि सभी खिलाड़ियों को भविष्य में ऐसी किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े और उन्हें पूरी सुरक्षा और समर्थन प्रदान किया जाएगा।