Breaking News in Hindi: petrol-diesel, की कीमत को लेकर चर्चाओं का बाजार अक्सर गर्म रहता है। तेल की आसमान छूती कीमत लोगों के घर का बजट बिगाड़ देती है। पेट्रोल-डीजल की कीमत से आम लोगों पर महंगाई का दबाव बढ़ जाता है, लेकिन हो सकता है कि आने वाले दिनों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बड़ी गिरावट का तोहफा मिल जाए।
यहां हमारे व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें
दरअसल, केंद्र सरकार पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने पर विचार कर रही है। अगर यह प्रस्ताव पास हो जाता है और पेट्रोल-डीजल जीएसटी के दायरे में आ जाते हैं, तो तेल की कीमत में 20 रुपये प्रति लीटर तक की बड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है। वर्तमान में दिल्ली में 94.72 रुपये प्रति लीटर बिकने वाला पेट्रोल 75 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच सकता है।
petrol और diesel की कीमतें देश में विभिन्न कारणों से बढ़ती हैं, जिनमें अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें, केंद्र और राज्य सरकारों के कर और अन्य शुल्क शामिल हैं। यदि पेट्रोल और डीजल जीएसटी के दायरे में आते हैं, तो यह कर ढांचे को सरल बनाएगा और विभिन्न करों को एकीकृत करेगा, जिससे उपभोक्ताओं को सस्ती कीमत पर ईंधन मिल सकेगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने से सरकार को भी राजस्व में कमी नहीं होगी, क्योंकि कम कीमतों के बावजूद बिक्री में वृद्धि हो सकती है। इससे न केवल आम जनता को राहत मिलेगी, बल्कि ट्रांसपोर्टेशन और लॉजिस्टिक्स की लागत भी कम होगी, जिससे विभिन्न वस्तुओं और सेवाओं की कीमतों में कमी आएगी।
हालांकि, इस प्रस्ताव पर अंतिम निर्णय लेने में समय लग सकता है और इसे लागू करने के लिए विभिन्न राज्यों की सहमति आवश्यक होगी। लेकिन अगर यह कदम उठाया जाता है, तो यह भारतीय ईंधन बाजार में एक महत्वपूर्ण बदलाव ला सकता है और महंगाई के दबाव को कम करने में सहायक हो सकता है।