Pune: महाराष्ट्र के पुणे शहर की रहने वाली ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर इस समय सुर्खियों में हैं। पूजा खेडकर ने खुद को गरीब बताते हुए ओबीसी नॉन-क्रिमी लेयर कोटे से आईएएस की नौकरी हासिल की थी। हालांकि, अब यह खुलासा हुआ है कि उनके पास 17 करोड़ रुपये से भी ज्यादा की संपत्ति है और उनकी सालाना कमाई 42 लाख रुपये है। इसके अलावा, पूजा के पिता दिलीप खेडकर के पास 40 करोड़ रुपये की संपत्ति है।
Pune: संपत्ति का खुलासा:
पूजा खेडकर ने चुनावी हलफनामे में अपनी संपत्ति और आय के बारे में जानकारी दी थी, जिससे यह तथ्य सामने आया है। यह जानकारी सामने आने के बाद से उनके खिलाफ जांच और कार्रवाई की मांग उठने लगी है। पूजा खेडकर की संपत्ति और आय का खुलासा उनके दावे और ओबीसी नॉन-क्रिमी लेयर कोटे के तहत नौकरी पाने के संबंध में सवाल खड़े करता है।
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चुनावी हलफनामे में जानकारी:
पूजा खेडकर के चुनावी हलफनामे में यह जानकारी दी गई है कि उनके पास 17 करोड़ रुपये से भी ज्यादा की संपत्ति है और उनकी सालाना आय 42 लाख रुपये है। इसके अलावा, उनके पिता दिलीप खेडकर के पास 40 करोड़ रुपये की संपत्ति है। इस खुलासे ने पूजा खेडकर के ओबीसी नॉन-क्रिमी लेयर कोटे के तहत नौकरी पाने के दावे पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
Pune: समाज में प्रतिक्रिया:
इस खुलासे के बाद से समाज में नाराजगी और आक्रोश का माहौल है। लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि यदि पूजा खेडकर के पास इतनी संपत्ति है, तो उन्होंने ओबीसी नॉन-क्रिमी लेयर कोटे का फायदा कैसे उठाया। यह मामला न केवल प्रशासनिक अधिकारियों की ईमानदारी पर सवाल खड़ा करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि कैसे कुछ लोग अपने फायदे के लिए नियमों का दुरुपयोग करते हैं।
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जांच और कार्रवाई की मांग:
इस मामले के खुलासे के बाद से पूजा खेडकर के खिलाफ जांच और कार्रवाई की मांग उठने लगी है। लोग चाहते हैं कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो और यदि पूजा खेडकर दोषी पाई जाती हैं, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। प्रशासनिक अधिकारियों और सरकार से यह उम्मीद की जा रही है कि वे इस मामले को गंभीरता से लें और उचित कदम उठाएं।
Pune: निष्कर्ष:
पुणे की ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर के संपत्ति और आय के खुलासे ने ओबीसी नॉन-क्रिमी लेयर कोटे के दावे पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। समाज में इस मामले को लेकर नाराजगी और आक्रोश है। अब देखना यह होगा कि प्रशासनिक अधिकारियों और सरकार इस मामले में क्या कदम उठाते हैं और पूजा खेडकर के खिलाफ जांच और कार्रवाई कैसे आगे बढ़ती है।
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