कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता Rahul Gandhi ने अमेरिका दौरे के दौरान एक चौंकाने वाला बयान दिया, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को “पसंद” करने की बात कही। राहुल गांधी के इस बयान ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है, क्योंकि यह उनके मोदी-विरोधी रुख से उलट दिखाई देता है। उन्होंने यह भी साफ किया कि वह प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण से सहमत नहीं हैं, लेकिन उन्हें व्यक्तिगत रूप से नफरत नहीं करते।
Rahul Gandhi का बयान
राहुल गांधी ने कहा, “आप हैरान होंगे, लेकिन मुझे मोदी जी पसंद हैं। मैं उनसे नफरत नहीं करता। मैं उनके दृष्टिकोण से सहमत नहीं हूं, लेकिन कई मौकों पर मैं उनके साथ सहानुभूति रखता हूं।” राहुल गांधी ने यह भी कहा कि भारत एक संघ है जिसमें विभिन्न भाषाएं, परंपराएं, और धर्म शामिल हैं, और यह भाजपा और आरएसएस की गलतफहमी है कि वे भारत को विभिन्न तत्वों का समूह समझते हैं।
RSS और भाजपा पर निशाना
राहुल गांधी ने अपने बयान में भाजपा और आरएसएस पर तीखा हमला किया। उन्होंने आरोप लगाया कि आरएसएस ने भारत की शिक्षा प्रणाली, मीडिया और जांच एजेंसियों पर कब्जा कर लिया है। राहुल गांधी ने कहा, “हमने चुनावों से पहले यह मुद्दा उठाया था कि संस्थाओं पर कब्जा किया जा रहा है, लेकिन तब लोगों को यह समझ में नहीं आया। अब लोग यह समझ गए हैं कि यह लड़ाई संविधान को बचाने वालों और इसे नष्ट करने वालों के बीच है।”
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भाजपा पर चुनाव में वित्तीय लाभ का आरोप
राहुल गांधी ने 2019 के लोकसभा चुनावों को लेकर भाजपा पर आरोप लगाया कि उनके पास वित्तीय रूप से बड़ा लाभ था, जिससे उन्हें चुनावों में बढ़त मिली। उन्होंने कहा, “मुझे नहीं लगता कि भाजपा निष्पक्ष चुनावों में 246 सीटों के करीब पहुंची। चुनाव आयोग ने वही किया जो वे चाहते थे, और पूरे अभियान को इस तरह डिजाइन किया गया था कि प्रधानमंत्री मोदी देशभर में अपना प्रभाव दिखा सकें।”
जाति जनगणना का मुद्दा
राहुल गांधी ने जाति जनगणना के मुद्दे को भी उठाया और इसे भारत के गरीब और उत्पीड़ित वर्गों के लिए महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा, “गरीब भारत ने यह समझ लिया है कि यह लड़ाई संविधान की रक्षा करने वालों और इसे खत्म करने वालों के बीच है, और जाति जनगणना इसका एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है।”