Jammu-Kashmir: जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में सोमवार सुबह आतंकवादियों ने सेना के नए कैंप पर हमला किया। गोंधा खवास क्षेत्र में स्थित इस कैंप पर आतंकवादियों ने सुबह 3:10 बजे फायरिंग की, लेकिन सतर्क सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों की कोशिश को नाकाम कर दिया। फिलहाल, आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ जारी है।
हमले की जानकारी
रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल सुनील बार्तवाल ने बताया कि “राजौरी के एक दूरस्थ गांव में सेना के पिकेट पर एक बड़े आतंकवादी हमले को नाकाम कर दिया गया है।” उन्होंने कहा कि फायरिंग अभी भी जारी है और ऑपरेशन प्रगति पर है।
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गांव रक्षा गार्ड के सदस्य पर हमला
गोंधा गांव में आतंकवादियों ने गांव रक्षा गार्ड (VDG) के सदस्य परशोत्तम कुमार के घर पर हमला किया। परशोत्तम कुमार को हाल ही में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था। इस हमले में उनके चाचा विजय कुमार घायल हो गए और एक पशु की मौत हो गई। पास के सेना की इकाई ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ शुरू हो गई।
सुरक्षा बलों की प्रतिक्रिया
सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों के खिलाफ व्यापक सर्च ऑपरेशन शुरू किया है। व्हाइट नाइट कॉर्प्स ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में जानकारी दी कि ऑपरेशन जारी है।
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हाल के हमलों का संदर्भ
यह हमला उस समय हुआ है जब कुछ दिन पहले ही सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने जम्मू-कश्मीर पुलिस, अर्धसैनिक बलों और खुफिया एजेंसियों के साथ संयुक्त सुरक्षा समीक्षा बैठक में वर्तमान सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की थी।
गुरुवार को डोडा जिले में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में दो सेना कर्मी घायल हो गए थे। जड्डन बाटा गांव में आतंकवादियों ने एक अस्थायी कैंप पर हमला किया था, जिसमें एक सैनिक गंभीर रूप से घायल हो गया था।
बढ़ती आतंकवादी गतिविधियाँ
इस साल की शुरुआत से, जम्मू-कश्मीर के छह जिलों में करीब एक दर्जन आतंकवादी हमलों में 27 लोग मारे गए हैं, जिनमें 11 सुरक्षा कर्मी, एक गांव रक्षा गार्ड और पांच आतंकवादी शामिल हैं।
निष्कर्ष
Jammu-Kashmir के राजौरी में आतंकवादी हमले के बाद सुरक्षा बलों ने व्यापक सर्च ऑपरेशन शुरू किया है। सेना और सुरक्षा बलों की त्वरित कार्रवाई ने एक बड़े हमले को नाकाम कर दिया है। इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि क्षेत्र में आतंकवादी गतिविधियाँ अभी भी सक्रिय हैं और सुरक्षा बलों को सतर्क रहना आवश्यक है।
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