Tehran में Hamas Chief Ismail Haniyeh की हत्या के बाद मध्य पूर्व में तनाव बढ़ गया है। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने इस हत्या का बदला लेने का संकल्प लिया है। इस संदेश को मजबूत करने के लिए ईरान के कोम शहर की जामकरन मस्जिद पर लाल झंडा फहराया गया है। यह लाल झंडा शिया इस्लाम में बदला लेने का प्रतीक है और धार्मिक आयोजनों के अलावा शायद ही कभी फहराया जाता है। हानिया की हत्या, जब वह सरकारी मेहमान के रूप में तेहरान में थे, ने क्षेत्रीय चिंताओं को बढ़ा दिया है।
इस घटना से पहले 2020 में जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद भी इसी तरह का झंडा फहराया गया था। अब दुनिया इस बात का इंतजार कर रही है कि ईरान की यह चेतावनी कैसे अमल में लाई जाएगी और इसका क्षेत्रीय शांति पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
Ismail Haniyeh की हत्या:
हमास चीफ इस्माइल हानिया की तेहरान में हत्या कर दी गई। वे ईरान की राजधानी में एक सरकारी मेहमान के रूप में ठहरे हुए थे।
Iran की प्रतिक्रिया:
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने घोषणा की कि हानिया की हत्या का बदला लिया जाएगा। उन्होंने इसे ईरान की ज़िम्मेदारी बताया।
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लाल झंडा का प्रतीक:
कोम शहर की जामकरन मस्जिद पर लाल झंडा फहराया गया है। यह झंडा शिया इस्लाम में शहीदों के खून और बदले का प्रतीक है।
इतिहास में लाल झंडा:
धार्मिक आयोजनों के अलावा, लाल झंडा बहुत कम ही फहराया जाता है। इसे 2020 में जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद भी फहराया गया था।
लाल झंडे का अर्थ:
झंडे पर लिखा है “या ला-थारत अल-हुसैन,” जिसका मतलब है “हुसैन के बदला लेने वालों।” यह संदेश देता है कि ईरान मौत का बदला लेगा।
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पिछली बार का उपयोग:
जनवरी 2024 में करमान में बम धमाकों के बाद भी लाल झंडा फहराया गया था। इन धमाकों में 100 से अधिक लोग मारे गए थे।
क्षेत्रीय प्रभाव:
हानिया की हत्या और ईरान की बदले की धमकी ने मध्य पूर्व में तनाव बढ़ा दिया है, जिससे बड़े संघर्ष का खतरा पैदा हो गया है।
सैन्य और राजनीतिक प्रतिक्रिया:
ईरान के राजनीतिक और सैन्य नेताओं ने खामेनेई के बयान का समर्थन किया और कहा कि वे बदला लेने के लिए तैयार हैं।
सोशल मीडिया और जन भावना:
सोशल मीडिया पर इस हत्या और लाल झंडे के प्रतीक के बारे में चर्चा तेज है। लोग संभावित सैन्य कार्रवाई की अटकलें लगा रहे हैं।
वैश्विक निगरानी:
अंतर्राष्ट्रीय समुदाय इस घटना पर कड़ी नजर रखे हुए है। ईरान की किसी भी प्रतिक्रिया से क्षेत्रीय शांति को बड़ा खतरा हो सकता है।
इस्माइल हानिया की हत्या ने ईरान को क्रोधित कर दिया है, और जामकरन मस्जिद पर लाल झंडा फहराने से यह संकेत मिलता है कि ईरान बदला लेने की तैयारी में है। यह स्थिति न केवल ईरान और इजरायल के बीच, बल्कि पूरे मध्य पूर्व में शांति और स्थिरता के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रही है।
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