सेवानिवृत्त कर्मियों के संगठन ने हाल ही में आयोजित सम्मेलन में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की और निर्णय लिए। सम्मेलन में प्रमुख बिंदुओं के रूप में निम्नलिखित प्रस्ताव पास किए गए:
पेंशन में वृद्धि: संगठन ने कोशयारी कमेटी की अनुशंसा के आधार पर EP 95 पेंशन को 7500 रुपये करने और महंगाई राहत प्रदान करने की मांग की है।
सेवानिवृत्त कर्मियों के संगठन ने सम्मेलन में उठाए प्रमुख मुद्दे: पेंशन और महंगाई राहत की नई मांगें
पुरानी पेंशन योजना की बहाली: पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने की मांग की गई है, जिसमें कोई भी नई योजना लागू करने का सुझाव नहीं दिया गया।
महंगाई भत्ता: 18 महीने का बकाया महंगाई भत्ता/राहत का भुगतान करने की मांग की गई है।
रेल किराए में छूट: नागरिकों को रेल किराए पर करोड़ों की छूट देने की मांग की गई है।
महंगाई भत्ता समायोजन: वेतन और पेंशन में 50% महंगाई भत्ते का समायोजन करने की आवश्यकता जताई गई है।
आठवें वेतन आयोग की स्थापना: संगठन ने आठवें वेतन आयोग के शीघ्र गठन की मांग की है।
CGHS सुविधा: आईआईटी के सेवानिवृत्त कर्मियों को सीजीएचएस की सुविधा प्रदान करने की मांग की गई है।
पेंशन में वृद्धि: पेंशनरों की आयु के अनुसार वृद्धि (65 वर्ष पर 5%, 70 वर्ष पर 10%, 75 वर्ष पर 15%) की मांग की गई है।
आयकर से छूट: पेंशन को आयकर से छूट देने की मांग की गई है।
सुविधाओं का विस्तार: सभी सेवानिवृत्त कर्मियों को 2 वर्ष में एक बार भारत मानक सुविधाएं प्रदान की जाएं।
सम्मेलन का संचालन महामंत्री आनंद अवि ने किया और इसमें राजेश कुमार शुल, ओम शुल, बी एल गहलौत, सयानारायण, बीपी रावत, सुभाष चंद्र भाटिया, केके रावत, रव कुमार मधुर, ओम शंकर, आरपी रावत एडवोकेट, जयालाल, और साहब दीन यादव जैसे प्रमुख लोग शामिल हुए।