New Delhi: क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले (सचिन तेंदुलकर) ने अपनी आत्मकथा Playing It My Way में एक अनोखा किस्सा साझा किया है। तेंदुलकर ने बताया कि 2003 आईसीसी वर्ल्ड कप में श्रीलंका के खिलाफ जोहान्सबर्ग में हुए मैच के दौरान उन्हें पेट की तकलीफ हो गई थी। इस दौरान उन्होंने 160 मिनट तक बल्लेबाजी की, और उन्हें अपनी अंडरवियर में टिश्यू पेपर लगाकर खेलना पड़ा। सचिन ने बताया, “मैंने अपनी एनर्जी ड्रिंक्स में एक चम्मच नमक मिलाया था, जो पेट के लिए खराब साबित हुआ। मुझे इतनी असहजता हुई कि मुझे टिश्यू पेपर का सहारा लेना पड़ा।”
इसके बावजूद, सचिन ने इस मैच में 120 गेंदों में 97 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली, जिससे भारत ने 183 रनों से जीत हासिल की। हालांकि, मैन ऑफ द मैच का खिताब जवागल श्रीनाथ को मिला, जिन्होंने 9 ओवर में 35 रन देकर 4 विकेट चटकाए थे।
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तेंदुलकर का शानदार टूर्नामेंट प्रदर्शन
2003 के वर्ल्ड कप में सचिन तेंदुलकर ने शानदार प्रदर्शन किया और पूरे टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाए। उन्होंने 11 मैचों में 673 रन बनाए, जिसमें 1 शतक और 6 अर्धशतक शामिल थे। इस टूर्नामेंट में सचिन का औसत 61.18 का रहा और उनकी इस प्रदर्शन ने भारत को फाइनल तक पहुंचाया। हालांकि, फाइनल में भारत को ऑस्ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ा।
2003 वर्ल्ड कप फाइनल: भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया
23 मार्च 2003 को जोहान्सबर्ग के वांडरर्स स्टेडियम में हुए फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने रिकी पोंटिंग की कप्तानी में 359/2 का विशाल स्कोर खड़ा किया। पोंटिंग ने 121 गेंदों में नाबाद 140 रन बनाए। भारतीय टीम 234 रन बनाकर 39.2 ओवर में ऑल आउट हो गई। ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्राथ ने 3 विकेट लेकर भारत की बल्लेबाजी को ध्वस्त कर दिया। ऑस्ट्रेलिया ने यह मैच 125 रनों से जीतकर वर्ल्ड कप ट्रॉफी अपने नाम की।