Solan: जिला शैक्षिक एवं प्रशिक्षण संस्थान सोलन में आज एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम के दौरान जिला सोलन के 33 दिव्यांग बच्चों को कृत्रिम अंग वितरित किए गए। यह कृत्रिम अंग भारत सरकार और प्रदेश सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के अंतर्गत समग्र शिक्षा अभियान के तहत वितरित किए गए। उपमंडलाधिकारी डॉ. पूनम बंसल ने इन कृत्रिम अंगों को बच्चों को वितरित किया।
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कार्यक्रम का उद्देश्य
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य इन विशेष बच्चों को मुख्य धारा से जोड़ना है ताकि वे भी अपनी जिंदगी को सहजता से जी सकें। कृत्रिम अंगों के वितरण से इन बच्चों को शारीरिक रूप से समर्थ बनाने में सहायता मिलेगी और वे समाज में आत्मनिर्भर और आत्मसम्मान के साथ जीवन जी सकेंगे।
Himachal Pradesh: उपमंडलाधिकारी डॉ. पूनम बंसल की प्रतिक्रिया
उपमंडलाधिकारी डॉ. पूनम बंसल ने बताया, “दिव्यांग बच्चों को कृत्रिम अंग वितरित किए गए हैं। यह अंग सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के तहत वितरित किए गए हैं। संबंधित कंपनी ही इन कृत्रिम अंगों की देखरेख भी करेगी ताकि बच्चों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।”
कृत्रिम अंगों की देखरेख
कार्यक्रम के दौरान यह सुनिश्चित किया गया कि वितरित किए गए कृत्रिम अंग बच्चों के लिए उपयोगी और सुविधाजनक हों। संबंधित कंपनी नियमित रूप से इन अंगों की देखरेख करेगी और किसी भी प्रकार की समस्या के समाधान के लिए तत्पर रहेगी।
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बच्चों और अभिभावकों की प्रतिक्रिया
कृत्रिम अंग प्राप्त करने वाले बच्चों और उनके अभिभावकों ने सरकार और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के इस प्रयास की सराहना की। अभिभावकों ने कहा कि यह कदम उनके बच्चों के जीवन में एक नई उम्मीद लेकर आया है और उन्हें विश्वास है कि उनके बच्चे अब समाज में बेहतर ढंग से अपनी जगह बना सकेंगे।
Himachal Pradesh: समापन
जिला शैक्षिक एवं प्रशिक्षण संस्थान सोलन में आयोजित इस कार्यक्रम ने दिव्यांग बच्चों के जीवन को सुधारने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। यह प्रयास बच्चों को मुख्य धारा से जोड़ने और उन्हें समाज में समान अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से किया गया है।
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