bangladesh पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर एक गंभीर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यदि भारत में हिंदू समुदाय मुसलमानों पर आक्रामक हो गया, तो देश में गृह युद्ध जैसी स्थिति पैदा हो सकती है। स्वामी चिन्मयानंद का मानना है कि भारत को बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुसलमानों को देश से बाहर निकालने की दिशा में तुरंत कदम उठाने चाहिए, ताकि इस संभावित संकट से बचा जा सके।
स्वामी चिन्मयानंद ने बांग्लादेश के अस्तित्व को भारत की मदद से जुड़ा बताते हुए जोर दिया कि भारत को बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए। उन्होंने अमेरिका की भूमिका पर भी सवाल उठाए और कहा कि अमेरिका को भी अपनी जिम्मेदारी समझते हुए बांग्लादेश पर दबाव बनाना चाहिए, ताकि वहां हिंदुओं पर हो रहे हमलों को रोका जा सके।
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स्वामी चिन्मयानंद ने भारत सरकार से मांग की कि बांग्लादेशी हिंदुओं को भारत में शरण देने के बजाय उन्हें बांग्लादेश में ही सुरक्षित रखने के ठोस उपाय किए जाएं। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत को बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुसलमानों को देश से बाहर निकालने के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए, ताकि देश में शांति बनी रहे।
चिन्मयानंद ने उन राजनीतिक दलों और नेताओं पर भी निशाना साधा जो भारत में मुसलमानों की राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन लोगों को बांग्लादेश की सरकार को समझाना चाहिए कि अगर वे हिंदुस्तान में मुसलमानों की सुरक्षा चाहते हैं, तो उन्हें अपने देश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों को रोकना होगा। अन्यथा, यदि यहां के हिंदू आक्रामक हो गए, तो देश में गृह युद्ध की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
Swami Chinmayanand स्वामी चिन्मयानंद के इस बयान ने बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा और भारत में साम्प्रदायिक सौहार्द्र को लेकर गहरी चिंताएं उत्पन्न की हैं। अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि भारत सरकार और अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस गंभीर मुद्दे पर क्या कदम उठाते हैं।