अमेरिका के राज्य विभाग की जानकारी
अमेरिका के राज्य विभाग ने बीजेपी शासित राज्यों द्वारा जारी किए गए विवादित Kanwar Yatra निर्देशों और भारतीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी किए गए अंतरिम स्टे आदेश की जानकारी स्वीकार की है।
सुप्रीम कोर्ट का अंतरिम स्टे
22 जुलाई को, भारतीय सुप्रीम कोर्ट ने कांवड़ यात्रा मार्ग पर भोजनालयों को मालिक और स्टाफ के विवरण प्रदर्शित करने के निर्देशों पर अंतरिम स्टे आदेश जारी किया। इससे ये निर्देश प्रभावी नहीं हो सके।
भारतीय अधिकारियों से बातचीत
अमेरिका ने भारतीय अधिकारियों के साथ बातचीत की है ताकि सभी धार्मिक समुदायों के लिए समान व्यवहार के महत्व को रेखांकित किया जा सके।
पाकिस्तानी पत्रकार का आरोप
एक पाकिस्तानी पत्रकार ने प्रेस ब्रीफिंग के दौरान आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार मुस्लिम रेस्तरां मालिकों को अपने धार्मिक पहचान को प्रदर्शित करने के लिए मजबूर कर रही है, जिससे अंतरराष्ट्रीय चिंता उत्पन्न हो रही है।
धार्मिक स्वतंत्रता के प्रति अमेरिका की प्रतिबद्धता
अमेरिकी राज्य विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने विश्व स्तर पर धार्मिक स्वतंत्रता और विश्वास की रक्षा और प्रचार के प्रति अमेरिका की प्रतिबद्धता को दोहराया।
भोजन मानकों पर कोर्ट की टिप्पणियाँ
सुप्रीम कोर्ट ने संकेत दिया है कि भोजनालयों को सर्व किए जा रहे भोजन के प्रकार (शाकाहारी या मांसाहारी) को प्रदर्शित करने की आवश्यकता हो सकती है, लेकिन धार्मिक पहचान प्रदर्शित करने के निर्देशों का समर्थन नहीं किया।
राज्य सरकारों का अनुपस्थित रहना
सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के दिन राज्य सरकारों का कोई प्रतिनिधि उपस्थित नहीं था, जिससे निर्देशों की समीक्षा और जांच पर ध्यान केंद्रित किया गया।
निर्देशों पर विवाद
निर्देशों को धार्मिक स्वतंत्रताओं का उल्लंघन और भेदभावपूर्ण प्रथाओं के रूप में आलोचना का सामना करना पड़ा है।
न्यायिक अनुभव साझा किया
जस्टिस SVN भट्टि ने व्यक्तिगत अनुभव साझा करते हुए बताया कि खाद्य मानक और गुणवत्ता के महत्व पर जोर दिया, मालिक की धार्मिक पहचान की तुलना में।
जांच जारी
सुप्रीम कोर्ट के स्टे आदेश और राज्य प्रतिनिधित्व की कमी ने निर्देशों के प्रभाव की कानूनी और प्रशासनिक समीक्षा को इंगित किया है।