US President Election में डोनाल्ड ट्रंप के प्रचार अभियान की एक नई विवादित रणनीति सामने आई है। CNN की एक जांच में खुलासा हुआ है कि ट्रंप के समर्थन में चलाए जा रहे सोशल मीडिया कैंपेन में फेक अकाउंट्स का जमकर इस्तेमाल हो रहा है। इस जांच के अनुसार, कई फेक अकाउंट्स पर यूरोपीय फैशन और ब्यूटी इन्फ्लुएंसर्स की तस्वीरों का उपयोग किया जा रहा है।
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फेक अकाउंट का खुलासा
जांच में पाया गया कि एक प्रमुख फेक अकाउंट @Luna_2K24, जो खुद को 32 साल की ‘MAGA ट्रंप सपोर्टर’ के रूप में पेश कर रहा था, उसकी तस्वीरें वास्तव में जर्मनी की फैशन मॉडल डेब्बी नेडेर्लोफ की हैं। यह अकाउंट पूरी तरह से नकली था और इसका उद्देश्य ट्रंप के समर्थन में अभियान चलाना था। इस खुलासे के बाद, ट्रंप के चुनाव प्रचार की आलोचना तेज हो गई है।
डेब्बी नेडेर्लोफ की प्रतिक्रिया
जब डेब्बी नेडेर्लोफ को इस बात का पता चला, तो उन्होंने गहरी नाराजगी व्यक्त की। नेडेर्लोफ, जो एक ट्रेंड ऑप्टिशियन और एक बच्चे की मां हैं, ने कहा कि उनकी आइडेंटिटी का दुरुपयोग किया गया है। उन्होंने कहा, “मेरा पहला रिएक्शन था, यह क्या बकवास है? अमेरिका के चुनाव और ट्रंप से मेरा कोई लेना-देना नहीं है। मुझे समझ में नहीं आता कि मैं एक छोटे से जर्मन गांव से अमेरिकी राजनीति में कैसे शामिल हो सकती हूँ।”
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फेक अकाउंट्स का नेटवर्क
CNN ने इस जांच को सेंट्रल फॉर इनफार्मेशन रिसिलियंस (CIR) के साथ मिलकर किया। जांच में 56 फर्जी अकाउंट्स का पता चला है, जिनका उद्देश्य ट्रंप और उनके सहयोगी सेन जे.डी. वांस के समर्थन में वोट जुटाना था। हालांकि, अभी तक इन फेक अकाउंट्स का कोई सीधा संबंध ट्रंप के चुनावी कैंपेन से नहीं मिला है।
विशेषज्ञों की राय
विशेषज्ञों का कहना है कि यह घटना एक बड़े सिस्टेमेटिक कैंपेन का हिस्सा हो सकती है। इन फेक अकाउंट्स में युवा और सुंदर महिलाओं की तस्वीरें इस्तेमाल की जा रही हैं, जिनमें से कई चोरी की गई हैं जबकि कुछ को AI की मदद से तैयार किया गया है। इन अकाउंट्स पर #MAGAPatriots, #MAGA2024, और #IFBAP (आई फॉलो बैक ऑल पैट्रियट्स) जैसे हैशटैग का उपयोग किया जा रहा है।
इस खुलासे के बाद, ट्रंप के चुनावी प्रचार की साख पर सवाल उठने लगे हैं और इसे लेकर जांच की जा रही है।
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