UP: Agra में बुधवार को एक घंटे की तेज बारिश ने शहर को जलमग्न कर दिया। इस बारिश ने न केवल नेशनल हाईवे बल्कि गलियों और सड़कों को भी प्रभावित किया, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।
हाईवे पर जलभराव की स्थिति
आगरा के सुल्तानगंज पुलिया फ्लाईओवर पर पानी का स्तर दो फीट तक पहुंच गया। रुनकता और ग्वालियर रोड जैसे प्रमुख हाईवे नहरों की तरह नजर आने लगे। इस जलभराव के कारण इन सड़कों पर यातायात की स्थिति गंभीर रूप से प्रभावित हो गई। गाड़ियाँ फंस गईं और यात्रा में काफी देरी हुई।
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गलियों में पानी का तेज बहाव
शहर की गलियों में भी जलभराव की स्थिति खराब रही। गोकुलपुरा कंस गेट के आसपास के इलाकों में नाले का पानी तेजी से बाहर आया, जिससे गलियों में पानी का बहाव काफी तेज हो गया। इस तेज बहाव के कारण कई बच्चे बहने से बाल-बाल बचे। अभिभावकों ने अपनी बच्चों को गोद में लेकर सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया। गोकुलपुरा में पानी का बहाव इतना तेज था कि इसे किसी पहाड़ी नाले की तरह देखा गया। पूर्व पार्षद राजेश प्रजापति ने नगर निगम से मांग की है कि नाले की नियमित सफाई की जाए ताकि भविष्य में इस प्रकार की समस्याओं से बचा जा सके।
चोटिल हुए लोग और यातायात की स्थिति
बारिश के बाद जलभराव ने सड़कों पर खुले पड़े गड्ढों और नालों को छुपा दिया, जिससे कई लोग चोटिल हो गए। हलवाई की बगीची में मेट्रो एंड मेट्रो के सामने एक बाइक सवार नाले में गिर गया। इस हादसे के बाद कंपनी के कर्मचारियों ने उसे और उसकी मोटर साइकिल को निकालने में एक घंटा लगा दिया। इस दौरान बाइक सवार को गंभीर चोटें आईं। इसी तरह, राजा मंडी में भी एक बाइक सवार राजीव वर्मा गड्ढे में गिर गए, जिससे उन्हें भी चोटें आईं।
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गर्मी से राहत
हालांकि, इस भारी बारिश ने लोगों को गर्मी से राहत प्रदान की। गर्मी से बेहाल लोग बारिश के पानी को एक ताजगी के रूप में देख रहे थे, लेकिन जलभराव ने कई समस्याएँ भी उत्पन्न कर दीं।
भविष्य के लिए कदम
UP: Agra इस घटना ने नगर निगम और प्रशासन के लिए एक संकेत दिया है कि जल निकासी व्यवस्था को सुधारने की आवश्यकता है। नागरिकों की सुरक्षा और सुचारू यातायात व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी उपाय किए जाने चाहिए।
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