UP: जयप्रकाश नारायण (जेपी) की जयंती पर सियासत गरमा गई है। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव को लखनऊ के जेपीएनआईसी (जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर) जाने से रोकने पर विवाद खड़ा हो गया है। लखनऊ प्रशासन ने अखिलेश यादव के आवास के बाहर घेराबंदी कर दी, ताकि वे केंद्र तक न पहुंच सकें।
LDA का बयान और सपा का विरोध
लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) ने अखिलेश यादव के दौरे को लेकर एक पत्र जारी किया, जिसमें कहा गया कि जेपीएनआईसी एक निर्माण स्थल है और वहां सुरक्षा के कारणों से जाना उचित नहीं है। LDA के अनुसार, अखिलेश यादव की जेड प्लस सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, उनका दौरा सुरक्षित नहीं है। दूसरी तरफ, अखिलेश यादव और सपा ने इस कार्रवाई पर कड़ी नाराजगी जताते हुए इसे लोकतंत्र का अपमान बताया।
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सपा ने उठाए सवाल
सपा ने इस कार्रवाई को लेकर सरकार पर तीखे सवाल उठाए हैं। पार्टी ने पूछा कि क्या अखिलेश यादव को हाउस अरेस्ट किया जा रहा है और उन्हें जेपी जयंती पर माल्यार्पण से क्यों रोका जा रहा है। सपा ने सरकार पर जातिवाद और लोकतंत्र के नायकों का अपमान करने का आरोप भी लगाया।
अखिलेश यादव का आरोप
अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जेपीएनआईसी, समाजवादियों का संग्रहालय है और सरकार इसे छिपाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि संभवतः सरकार जेपीएनआईसी को किसी और को सौंपने या बेचने की तैयारी कर रही है।
2016 में बनवाया गया था केंद्र
जेपीएनआईसी का उद्घाटन 2016 में अखिलेश यादव ने अपने मुख्यमंत्री काल में किया था। केंद्र में जयप्रकाश नारायण का संग्रहालय और अन्य सुविधाएं हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि पिछले साल भी उन्हें यहां माल्यार्पण करने से रोका गया था, लेकिन तब उन्होंने दीवार कूदकर माल्यार्पण किया था।