Amroha: गजरौला थाना क्षेत्र के गांव पाल में चामुंडा मैया के नाम पर छोड़े गए बकरे का बुधवार को निधन हो गया, जिसके बाद ग्रामीणों ने उसकी शव यात्रा को बाजे-गाजे और डीजे के साथ निकाला। बकरे का अंतिम संस्कार तिगरी गंगा घाट पर सभी रस्मों और रीति-रिवाजों के साथ किया गया।
कैसे हुई घटना?
गांव के चामुंडा देवी मंदिर में वर्षों पहले ग्रामीणों ने एक बकरे को माता के नाम पर छोड़ा था, जो गांव में पल रहा था। बीते कुछ दिनों से बकरा बीमार था और उसे तेज बुखार आ गया था। ग्रामीणों ने उसका इलाज भी कराया, लेकिन मध्यरात्रि को उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गई और उसका निधन हो गया।
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गांव में शोक और उत्सव
बकरे की मौत की खबर सुनकर गांव में शोक की लहर दौड़ गई। इसके बावजूद, ग्रामीणों ने उसकी अंतिम यात्रा को बड़े धूमधाम से निकाला। डीजे पर माता रानी के भजनों के साथ बकरे की शव यात्रा निकाली गई, जिसमें पूरे गांव ने उत्साह से भाग लिया।
तिगरी गंगा घाट पर अंतिम संस्कार
ग्रामीणों ने बकरे का अंतिम संस्कार तिगरी गंगा घाट पर किया, जहां सभी धार्मिक रस्मों का पालन किया गया। चामुंडा मैया के नाम पर छोड़े गए इस बकरे का पूरे सम्मान के साथ विदा किया गया।