Ayodhya Gangrape: अयोध्या के भदरसा में हुए गैंगरेप कांड में बड़ा एक्शन लिया गया है। पीड़ित नाबालिग लड़की की मां द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद पूरा कलंदर थानाध्यक्ष रतन शर्मा और भदरसा चौकी इंचार्ज अखिलेश गुप्ता को सस्पेंड कर दिया गया है। दोनों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई न करने और मुकदमा दर्ज करने में देरी पर यह कार्रवाई की गई है।
इसके अलावा, मुख्य आरोपी मोईद खान की संपत्तियों की भी जांच के आदेश दिए गए हैं। राजस्व विभाग ने जमीन की पैमाईश शुरू कर दी है। आरोप है कि मोईद ने तालाब और सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा किया है।
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घटना का विवरण
गैंगरेप की यह घटना अयोध्या के पूरा कलंदर थाना क्षेत्र की है, जहां एक नाबालिग से दुष्कर्म के बाद आरोपियों ने उसका अश्लील वीडियो बना लिया। फिर लंबे समय तक उसे ब्लैकमेल करके बारी-बारी रेप करते रहे। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब पीड़िता दो महीने की गर्भवती हो गई। पीड़िता के परिजनों ने पुलिस से इस मामले की शिकायत की लेकिन आरोप है कि शुरू में इस पर कोई एक्शन नहीं लिया गया।
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हिंदू संगठनों और निषाद पार्टी की भूमिका
बाद में जब हिंदू संगठनों के साथ निषाद पार्टी के लोगों ने आक्रोश जताया तो पुलिस ने समाजवादी पार्टी के भदरसा नगर अध्यक्ष मोईद खान और उसकी बेकरी पर काम करने वाले राजू को गिरफ्तार किया। एनसीपीसीआर (राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग) ने इस घटना पर पुलिस को नोटिस भी जारी किया है।
सरकार और पुलिस की कार्रवाई
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हस्तक्षेप के बाद यह मामला तूल पकड़ गया और पुलिस प्रशासन ने सख्त कदम उठाए। अब इस मामले की पूरी जांच की जा रही है और दोषियों को सजा दिलाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
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