Ayodhya में पहली बारिश में राम पथ में गड्ढे आने के मामले में योगी सरकार ने निर्माण में लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए पीडब्ल्यूडी विभाग के तीन इंजीनियरों के खिलाफ कार्रवाई की है। रामपथ निर्माण में इस लापरवाही के चलते पीडब्ल्यूडी विभाग के प्रमुख सचिव अजय चौहान ने तीन इंजीनियरों को निलंबित कर दिया है। निलंबित इंजीनियरों में अयोध्या के अधिशाषी अभियंता ध्रुव अग्रवाल, सहायक अभियंता अनुज और एक जूनियर इंजीनियर शामिल हैं।
Ayodhya: योगी सरकार द्वारा यह कार्रवाई तब की गई जब राम पथ में पहली बारिश के बाद ही गड्ढे बन गए। यह घटना सरकारी निर्माण परियोजनाओं में गुणवत्ता सुनिश्चित करने के महत्व को रेखांकित करती है। पीडब्ल्यूडी विभाग के प्रमुख सचिव अजय चौहान ने स्पष्ट किया कि सरकार इस मामले में किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करेगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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प्रमुख सचिव अजय चौहान ने कहा, “यह बेहद दुखद है कि एक महत्वपूर्ण परियोजना, जिसे जनता के लिए सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से बनाया गया था, उसकी गुणवत्ता में इतनी बड़ी कमी पाई गई। यह स्पष्ट है कि निर्माण में गंभीर लापरवाही हुई है और इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों को जवाबदेह ठहराया जाएगा।”
राम पथ का निर्माण अयोध्या में महत्वपूर्ण परियोजनाओं में से एक है, जिसका उद्देश्य धार्मिक पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए बेहतर सड़क सुविधाएं प्रदान करना है। लेकिन पहली ही बारिश में सड़क पर गड्ढे बनने से इस परियोजना की गुणवत्ता पर सवाल उठे हैं।
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इस मामले में निलंबित किए गए अभियंता ध्रुव अग्रवाल, सहायक अभियंता अनुज और जूनियर इंजीनियर पर आरोप है कि उन्होंने निर्माण कार्य में गुणवत्ता मानकों का पालन नहीं किया। जांच में पाया गया कि निर्माण सामग्री और तकनीक में कमी थी, जिसके कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई।
सरकार ने निलंबित इंजीनियरों के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू कर दी है और उन्हें तत्काल प्रभाव से अपने पदों से हटा दिया गया है। सरकार का यह कदम यह सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है कि भविष्य में इस प्रकार की लापरवाही नहीं हो और सरकारी परियोजनाओं की गुणवत्ता में सुधार हो सके।
Ayodhya: योगी सरकार के इस कदम से यह संदेश जाता है कि सरकार किसी भी प्रकार की लापरवाही और भ्रष्टाचार को सहन नहीं करेगी और दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी। जनता को भी विश्वास है कि सरकार इस प्रकार के कदम उठाकर निर्माण कार्यों की गुणवत्ता में सुधार करेगी और उन्हें बेहतर सुविधाएं प्रदान करेगी।
Ayodhya: इस घटना ने सरकारी निर्माण परियोजनाओं में गुणवत्ता नियंत्रण की आवश्यकता को और भी अधिक प्रबल बना दिया है। सरकार को अब यह सुनिश्चित करना होगा कि ऐसी घटनाएं भविष्य में न हों और सभी निर्माण कार्य उच्चतम गुणवत्ता मानकों के अनुसार हों।
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