रामनगरी Ayodhya से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां वर्षों से चल रहे बड़े स्तर पर ईसाइयों के धर्मांतरण के खेल का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। इस दौरान बड़ी मात्रा में धार्मिक पुस्तकें और अन्य सामग्री भी बरामद की गई हैं, जिनका उपयोग धर्मांतरण के उद्देश्य से किया जा रहा था।
Ayodhya: धर्मांतरण के दबाव में आए राम जियावन
यह मामला तब प्रकाश में आया जब राम जियावन नामक व्यक्ति, जो कोतवाली बीकापुर के नुवावा बैदरा गाँव के निवासी हैं, ने पुलिस को सूचना दी। उन्होंने बताया कि उन्हें मोतीलाल पासवान नाम का व्यक्ति चौराहे पर मिला, जिसने यीशु के नाम पर उनके सभी दुख और तकलीफों को हल करने का वादा किया। इस बातचीत से प्रभावित होकर, राम जियावन मोतीलाल और उसके साथियों द्वारा आयोजित प्रार्थना सभा में शामिल होने के लिए ग्राम सभा असरेवा चले गए।
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धर्मांतरण का दबाव और मारपीट
राम जियावन ने प्रार्थना सभा में पहुंचने के बाद पाया कि वहां हिंदू धर्म के खिलाफ कई षड्यंत्र रचे जा रहे थे। उन्हें धर्मांतरण के लिए दबाव डाला गया। यह कार्य मोतीलाल पासवान, उसकी पत्नी मीरा, और उनके साथी दिलीप कुमार व राजकमल निषाद द्वारा किया जा रहा था। जब राम जियावन धर्म बदलने के लिए तैयार नहीं हुए, तो उनके साथ गाली-गलौज और मारपीट की गई। किसी तरह से वह वहां से भागकर बाहर आए और सीधे कोतवाली बीकापुर पहुंचे।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
राम जियावन की शिकायत के आधार पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की। बीकापुर पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया और मामले की गहन जांच शुरू कर दी। धर्मांतरण में प्रयुक्त सामग्रियों को भी जब्त कर लिया गया है।
स्थानीय संगठनों की सक्रियता
घटना के बाद, विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल के कार्यकर्ता भी कोतवाली बीकापुर पहुंचे और पुलिस से इस मामले की सख्त जांच और कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सभी आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आगे की विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है।