Bahraich जिले में आदमखोर के हमले को लेकर चल रहे सस्पेंस में एक नया मोड़ सामने आया है। अब तक माना जा रहा था कि भेड़िए ने कई घटनाओं को अंजाम दिया है, लेकिन डीएफओ (डिविजनल फॉरेस्ट ऑफिसर) अजीत प्रताप सिंह के नए बयान से स्थिति बदल गई है।
यहां हमारे व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें
डीएफओ सिंह ने बताया कि हालिया घटनाओं में भेड़िए का कोई पगमार्क नहीं मिला है, बल्कि घटनास्थलों पर सियार और कुत्तों के निशान पाए गए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि इलाके में केवल एक ही भेड़िया मौजूद है, जो एक साथ तीन जगहों पर हमले नहीं कर सकता। इससे पहले माना जा रहा था कि छह भेड़ियों में से एक लंगड़ा भेड़िया मुख्य हमलावर था, लेकिन अब डीएफओ के बयान से इस मामले में संशय गहरा गया है।
डीएफओ ने यह भी कहा कि भारी बारिश के कारण ऑपरेशन चलाना बेहद कठिन हो गया है, और ड्रोन उड़ाने या पगमार्क देखने जैसी प्रक्रियाएं बाधित हो रही हैं। उनका बयान मामले में एक नया मोड़ लेकर आया है और अब सियार को संभावित हमलावर माना जा रहा है। फिलहाल विभाग इस मामले की गहन जांच में जुटा हुआ है।