UP: बलिया जिला चिकित्सालय में एक मरीज को प्लास्टर कटवाने के बाद पट्टी बंधवाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। मरीज को उसके भाई ने ठेले पर बैठाकर हनुमानगंज इलाके से 8 किलोमीटर दूर जिला अस्पताल तक लाया। प्लास्टर कटवाने के बाद जब मरीज को पैर में पट्टी बंधवाने की जरूरत पड़ी, तो उसे अस्पताल के अलग-अलग विभागों में चक्कर लगाने पड़े।
अस्पताल में पट्टी बंधवाने में आई दिक्कतें
मरीज के भाई का कहना है कि कोई भी कर्मचारी पट्टी बांधने को तैयार नहीं था। दूसरी बार इमरजेंसी में जाने के बाद ही डॉक्टर ने मरीज की सुनवाई की और पैर पर पट्टी बांधी।
डॉक्टर का बयान
इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर समीर ने बताया कि मरीज के अटेंडेंट ने पट्टी बांधने की मांग की, जिसके बाद मरीज को इमरजेंसी में लाया गया और पट्टी बांध दी गई।