Uttar Pradesh: हाल ही में उत्तर प्रदेश के सिंचाई मंत्री दिनेश खटीक ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया। बिजनौर में आई बाढ़ ने कई इलाकों को बुरी तरह से प्रभावित किया है, जिससे स्थानीय लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। मंत्री खटीक ने गंगा बैराज और गंगा रावली तट का निरीक्षण करते हुए वहां की स्थिति पर नाराजगी जताई।
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मंत्री का दौरा और नाराजगी
Uttar Pradesh: दौरे के दौरान मंत्री खटीक का पारा हाई हो गया जब उन्होंने घटिया निर्माण कार्य देखा। उन्होंने मौके पर ही अफसरों की क्लास लगाई और घटिया काम को लेकर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। मंत्री ने एक पथ्थर हाथ में उठाकर अफसरों से पूछा, “क्या आप इनसे बांध बनाएंगे?” इस सवाल ने स्पष्ट कर दिया कि मंत्री निर्माण कार्य की गुणवत्ता से बेहद नाराज हैं।
सख्त कार्रवाई का आश्वासन
मंत्री खटीक ने अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा, “इस घटिया काम के लिए जिम्मेदार अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। हम किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करेंगे।” यह बयान उनके दौरे की गंभीरता और प्रशासन की लापरवाही पर उनके गुस्से को साफ दर्शाता है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
स्थानीय लोगों ने मंत्री खटीक के इस दौरे और उनकी नाराजगी को सराहा। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस निरीक्षण के बाद प्रशासन द्वारा उचित कदम उठाए जाएंगे और बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में सुधार कार्य तेजी से किए जाएंगे। यह दौरा स्थानीय निवासियों के लिए एक आशा की किरण के रूप में देखा जा रहा है।
सरकार की प्राथमिकता
इस दौरे से यह साफ हो गया है कि सरकार बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों की समस्याओं को गंभीरता से ले रही है और जल्द ही उचित समाधान की दिशा में कदम उठाएगी। मंत्री खटीक का यह दौरा बिजनौर में बाढ़ राहत कार्यों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल साबित हो सकता है। बाढ़ राहत कार्यों की गुणवत्ता और समय पर कार्यान्वयन पर जोर देना सरकार की प्राथमिकता में है।
निष्कर्ष
बिजनौर में सिंचाई मंत्री दिनेश खटीक का दौरा और घटिया काम पर उनकी सख्त प्रतिक्रिया से यह स्पष्ट हो गया है कि सरकार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की समस्याओं को लेकर गंभीर है। मंत्री ने अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन देकर स्थानीय लोगों में उम्मीद जगाई है कि जल्द ही बाढ़ राहत कार्यों में सुधार होगा। यह दौरा सरकार की तत्परता और जिम्मेदारी को दर्शाता है और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सुधार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।