Bulandshahr: बीजेपी के बुलंदशहर सदर विधायक प्रदीप चौधरी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से काली नदी की सफाई और अवैध कब्जे के मुद्दे को लेकर गुहार लगाई है। विधायक ने आरोप लगाया है कि स्थानीय अधिकारी उनकी शिकायतों पर ध्यान नहीं दे रहे हैं और इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है।
विधायक प्रदीप चौधरी ने कहा कि उन्होंने विधानसभा सत्र के दौरान काली नदी पर अवैध कब्जे और उसकी सफाई को लेकर तीन बार प्रश्न उठाया था। इसके अतिरिक्त, उन्होंने सिंचाई मंत्री स्वतंत्र प्रभार से मुलाकात की और इस मुद्दे को केंद्र सरकार को भी बताया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए केंद्र सरकार से 90 करोड़ रुपये की राशि आवंटित करवाई थी।
विधायक ने जिलाधिकारी से भी इस मुद्दे पर शिकायत की थी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया था कि काली नदी पर अवैध कब्जे के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, लेकिन स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। काली नदी की गंदगी के कारण गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।
विधायक प्रदीप चौधरी का बयान:
“मैंने काली नदी की सफाई और अवैध कब्जे के मुद्दे को बार-बार उठाया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पर ध्यान दिया और 90 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की, लेकिन जिलाधिकारी ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया। नदी की गंदगी के कारण लोगों की सेहत पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है।”
डीएम सीपी सिंह का बयान:
वहीं, जिलाधिकारी सीपी सिंह ने कहा कि काली नदी की सफाई पॉपलेन मशीनों द्वारा कराई गई है और अभी तक सरकार से कोई पैसा प्राप्त नहीं हुआ है। अवैध कब्जे के संबंध में उन्होंने कहा कि एक टीम गठित की गई है जो काली नदी की नाप कराएगी। अगर किसी का कब्जा पाया जाता है, तो उसे कब्जा मुक्त कराया जाएगा।
इस मुद्दे ने स्थानीय प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं और उम्मीद जताई जा रही है कि शीघ्र समाधान मिलेगा।