लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजनीतिक सरगर्मियों में एक नया मोड़ आया है, जहां कांग्रेस पार्टी ने बसपा सुप्रीमो मायावती को अपने साथ आने का न्योता दिया है। कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने मायावती को कांग्रेस के साथ जुड़ने का खुला निमंत्रण दिया है। इससे पहले कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ अपनी साझेदारी दिखाकर अपनी ताकत का प्रदर्शन किया है।
प्रमोद तिवारी ने कहा, “उत्तर प्रदेश की राजनीति में बदलाव की जरूरत है और हम मायावती जी को कांग्रेस के साथ जुड़ने के लिए आमंत्रित करते हैं। यह समय है कि सभी विपक्षी दल एकजुट होकर भाजपा के खिलाफ मोर्चा बनाएं और राज्य में विकास और प्रगति के लिए काम करें।”
कांग्रेस ने हाल ही में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन कर कई मौकों पर अपनी राजनीतिक ताकत का प्रदर्शन किया है। अब कांग्रेस की नजर मायावती पर है, जिससे राज्य की राजनीति में एक बड़ा बदलाव आ सकता है। प्रमोद तिवारी के इस बयान ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है।
मायावती ने फिलहाल इस न्योते पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा कि वे कांग्रेस के इस निमंत्रण को कैसे लेती हैं। अगर मायावती कांग्रेस के साथ आती हैं, तो उत्तर प्रदेश में विपक्षी दलों के बीच एक मजबूत गठबंधन बनने की संभावना है, जो भाजपा के खिलाफ एक बड़ी चुनौती पेश कर सकता है।
इस बीच, कांग्रेस ने स्पष्ट किया है कि उनका मुख्य उद्देश्य भाजपा को सत्ता से बेदखल करना है और इसके लिए वे सभी विपक्षी दलों के साथ मिलकर काम करने को तैयार हैं। प्रमोद तिवारी के इस बयान से कांग्रेस की रणनीति और भविष्य की योजनाओं का संकेत मिलता है।
उत्तर प्रदेश की राजनीति में यह कदम महत्वपूर्ण हो सकता है और आने वाले दिनों में इसके दूरगामी परिणाम देखने को मिल सकते हैं। अब सबकी नजरें मायावती पर हैं कि वे कांग्रेस के इस निमंत्रण को कैसे लेती हैं और क्या वे अखिलेश यादव के साथ मिलकर भाजपा के खिलाफ एकजुट होती हैं।