Mathura: धार्मिक नेता देवकीनंदन ठाकुर ने हाल ही में मथुरा में एक महत्वपूर्ण बयान दिया, जिसमें उन्होंने सदन में 50-55 धर्माचार्यों की उपस्थिति की आवश्यकता पर जोर दिया। उनका कहना है कि इस कदम से समाज में धर्म और संस्कृति को सही दिशा में ले जाया जा सकेगा।
Mathura: सीएम योगी का विकास मॉडल
देवकीनंदन ठाकुर ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यों की सराहना की, कहा कि मुख्यमंत्री के कारण प्रदेश में विकास हो रहा है। ठाकुर ने योगी जी की कामकाजी शैली को सराहा, जिसमें उन्होंने विकास के साथ-साथ धार्मिक मामलों पर भी ध्यान दिया है। “बिल्डोजर भी चल रहा है, धर्म भी और कर्म भी,” उन्होंने कहा, यह दर्शाते हुए कि कैसे योगी आदित्यनाथ ने दोनों को संतुलित किया है।
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Mathura: लिव इन रिलेशन और बॉलीवुड गानों पर टिप्पणी
Mathura: ठाकुर ने यह भी स्पष्ट किया कि लिव इन रिलेशन जैसे विवादित कानूनों के खिलाफ रहेंगे और बॉलीवुड गानों पर बच्चों के नाचने की संभावना को खत्म करने की बात की। उन्होंने स्कूलों में तिलक लगाने पर रोक न लगाने की बात की, यह दर्शाते हुए कि धार्मिक आस्थाओं की स्वतंत्रता को बनाए रखने की जरूरत है।
Mathura: धर्म और संस्कृति की रक्षा
उन्होंने कहा कि 50-55 धर्माचार्यों का सदन में होना आवश्यक है ताकि समाज की नश्ल को खराब होने से बचाया जा सके। देवकीनंदन ठाकुर ने यह भी स्पष्ट किया कि वे चुनाव नहीं लड़ना चाहते, बल्कि धार्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों को संरक्षित करने की दिशा में काम करना चाहते हैं।