Kanpur: देहात के DM Alok Singh Delay के कार्यालय में ज़ी मीडिया की टीम ने रियल्टी चेक के दौरान एक चौंकाने वाली घटना को कैद किया। रियल्टी चेक के दौरान जब ज़ी मीडिया की टीम 10:15 बजे डीएम कार्यालय पहुंची, तो डीएम आलोक सिंह कार्यालय में मौजूद नहीं थे। उनकी अनुपस्थिति में महिला अतिरिक्त मजिस्ट्रेट कार्यालय में बैठी हुई थीं।
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कैमरा बंद करने का आदेश
जैसे ही ज़ी मीडिया की टीम ने कैमरा चालू किया, महिला अतिरिक्त मजिस्ट्रेट ने कैमरा बंद करने का आदेश दिया। वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि वे टीम को कैमरा बंद करने के लिए कह रही थीं। इसी दौरान डीएम आलोक सिंह कार्यालय पहुंच गए। Female Magistrate Camera Order देने से यह घटना और भी चर्चित हो गई।
प्रशासन की पारदर्शिता पर सवाल
Kanpur: इस घटना ने डीएम कार्यालय की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सरकारी कार्यालयों में समय पर उपस्थिति और जनता के कामों को प्राथमिकता देने के लिए अधिकारियों का समय पर कार्यालय में उपस्थित होना आवश्यक है। Kanpur Dehat Reality Check से यह स्पष्ट हो गया है कि कानपुर देहात के डीएम कार्यालय में समय पालन की समस्या है।
सरकारी तंत्र में सुधार की आवश्यकता
डीएम आलोक सिंह का देर से कार्यालय पहुंचना और महिला अतिरिक्त मजिस्ट्रेट का कैमरा बंद करने का आदेश देना, दोनों ही घटनाएँ प्रशासन की पारदर्शिता और कार्यक्षमता पर सवाल खड़ा करती हैं। इस प्रकार की घटनाएँ जनता के विश्वास को प्रभावित करती हैं और सरकारी तंत्र में सुधार की आवश्यकता को उजागर करती हैं। Zee Media Investigation ने इन घटनाओं को उजागर कर जनता के सामने प्रशासन की कार्यशैली को दिखाया है।
Kanpur: जनता की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद, जनता में प्रशासन के प्रति नाराजगी और निराशा है। सरकारी अधिकारियों से उम्मीद की जाती है कि वे समय पर और पारदर्शिता से काम करें। Government Office Transparency पर सवाल उठना कोई नई बात नहीं है, लेकिन इस तरह की घटनाएँ समस्या की गंभीरता को बढ़ाती हैं।
Kanpur:भविष्य की आवश्यकताएँ
सरकारी कार्यालयों में समय पालन और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए कठोर कदम उठाए जाने चाहिए। इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए प्रशासनिक सुधार की आवश्यकता है। जनता को बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए अधिकारियों को समय पर और ईमानदारी से काम करना चाहिए।