Etah:पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि थाने में खाना ना मिलने और गर्मी के कारण उनके भाई की मौत हुई है। इस घटना के बाद एटा के एसएसपी राजेश कुमार सिंह ने एसएचओ जे.पी. अशोक और रात की ड्यूटी पर तैनात लिपिक को घोर लापरवाही मानते हुए सस्पेंड कर दिया है।
थाना निधौलीकलां क्षेत्र के दलशाहपुर गांव में दो पक्षों के बीच पैसे के लेनदेन को लेकर मारपीट हो गई थी। देर रात डायल 112 ने दोनों पक्षों को थाने लाया था। वादी पक्ष के गवाह राकेश को थाने में खाना नहीं दिया गया, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई।
देवेंद्र कुमार, जो मृतक के भाई हैं, ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है, “थाने में मेरे भाई राकेश को खाना नहीं दिया गया। भूख और गर्मी के कारण उसकी हालत बिगड़ गई और उसे समय पर चिकित्सा सुविधा नहीं मिली।”
एसएसपी एटा, राजेश कुमार सिंह ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और एसएचओ जे.पी. अशोक और रात की ड्यूटी पर तैनात लिपिक को घोर लापरवाही के आरोप में सस्पेंड कर दिया है। एसएसपी ने कहा, “यह मामला बहुत गंभीर है और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
मेडिकल रिपोर्ट:
कोतवाली निधौलीकलां में सुबह राकेश की हालत बिगड़ने पर पुलिस ने उसे एटा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इस घटना के बाद प्रशासन ने जांच के आदेश दिए हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। पुलिस कस्टडी में हुई इस मौत ने पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
देवेंद्र कुमार, मृतक का भाई: “थाने में मेरे भाई को खाना नहीं दिया गया और वह भूख और गर्मी से मर गया। पुलिस की लापरवाही के कारण मेरे भाई की जान गई।”
राजेश कुमार सिंह, एसएसपी एटा: “यह घटना बहुत दुखद है और इसमें शामिल अधिकारियों की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हमने एसएचओ और मुंशी को सस्पेंड कर दिया है और इस मामले की पूरी जांच की जा रही है।”