Meerut: गुरुवार को हुए गन्ना समिति के डेलिगेट पद के नामांकन के बाद 102 प्रत्याशियों के निरस्त किए गए पर्चों में गड़बड़ी को लेकर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के कार्यकर्ताओं और किसानों ने हंगामा किया। मेरठ के परतापुर थाने में किसानों ने धरना शुरू कर दिया है और प्रशासन की तमाम कोशिशों के बावजूद धरना जारी है। भाकियू के पदाधिकारियों ने कहा है कि जब तक नामांकन में हुई गड़बड़ी को सही नहीं किया जाता, तब तक धरना समाप्त नहीं किया जाएगा।
रातभर थाने में डटे रहे किसान
शुक्रवार रात 8 बजे से भारतीय किसान यूनियन का धरना शुरू हुआ था। सैकड़ों की संख्या में किसान और भाकियू के कार्यकर्ता ट्रैक्टर-ट्राॅली और गाड़ियों के साथ परतापुर थाने पहुंचे और वहां जमकर हंगामा किया। धरने के दौरान किसान वहीं खाना बना रहे हैं और थाने के परिसर में गद्दे डालकर रात बिताई। शनिवार सुबह एक बार फिर किसानों ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
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चुनाव में गड़बड़ी का आरोप
भाकियू के जिला अध्यक्ष अनुराग चौधरी का कहना है कि गन्ना समिति के चुनाव में सत्ता पक्ष के मंत्रियों और अधिकारियों ने मिलीभगत कर गड़बड़ी की है। यह चुनाव किसानों से जुड़ा है, और इसमें मनमानी करना लोकतंत्र पर सीधा हमला है। उन्होंने कहा कि चुनाव निष्पक्ष होना चाहिए और निरस्त किए गए 102 नामांकन को बहाल किया जाए।
आमरण अनशन पर बैठे किसान
किसान नेता विजयपाल घोपला आमरण अनशन पर बैठे हैं। उनका कहना है कि सरकार छोटे-छोटे चुनावों में भी तानाशाही दिखा रही है। जब तक उनकी मांगों को नहीं माना जाता, धरना जारी रहेगा।
राकेश टिकैत की एंट्री से धरना तेज़
शनिवार दोपहर तक भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत भी धरने में शामिल होने पहुंचेंगे। इससे पहले किसानों ने दिल्ली से मेरठ आने वाली सड़क पर जाम लगा दिया, जिसके कारण दिल्ली रोड पर लंबा ट्रैफिक जाम हो गया है।