Farrukhabad: थाने के गेट पर लेखपालों का धरना, थानाध्यक्ष की माफी के बाद समझौता

Farrukhabad जनपद की तहसील सदर के लेखपालों ने थानाध्यक्ष की अभद्रता से आहत होकर कादरीगेट थाने के गेट पर धरना दिया। घटना की शुरुआत तब हुई जब लेखपाल संजय और विकास त्रिवेदी शाम को कादरीगेट थाने पहुंचे और अपनी बाइकें थाना परिसर में खड़ी की। पहरा ड्यूटी पर तैनात सिपाही ने उनसे बाइक साइड में खड़ी करने को कहा, जिस पर दोनों पक्षों में कहासुनी हो गई।

थाना प्रभारी अवध नारायन पांडेय ने इस विवाद को देखते हुए बाइक का चालान करने का निर्देश दिया। इससे मामला और गंभीर हो गया। जैसे ही यह खबर फैली, लेखपाल संघ के पदाधिकारी भी थाने पहुंच गए और उन्होंने थाना प्रभारी के साथ नोंकझोंक शुरू कर दी। इस पर लेखपाल थाने के गेट पर धरना देकर बैठ गए और विरोध प्रदर्शन करने लगे।

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Farrukhabad: लेखपाल संजय ने आरोप लगाया कि थाना प्रभारी ने उन्हें जाति सूचक शब्दों से अपमानित किया है, जिससे उनकी भावनाएं आहत हुई हैं। लेखपाल संघ ने इस अभद्रता के खिलाफ विरोध जताते हुए थाने के गेट पर धरना जारी रखा। मामले की गंभीरता को देखते हुए सीओ सिटी प्रदीप सिंह मौके पर पहुंचे और लेखपालों से धरना समाप्त करने का अनुरोध किया।

सीओ सिटी प्रदीप सिंह के अनुरोध पर लेखपाल संघ ने अपनी मांगों को रखते हुए थानाध्यक्ष से माफी मांगने की मांग की। थानाध्यक्ष अवध नारायन पांडेय ने मामले की गंभीरता को समझते हुए लेखपालों से माफी मांगी। इसके बाद लेखपालों ने धरना समाप्त किया और बातचीत के लिए थानाध्यक्ष के कक्ष में पहुंचे। बातचीत के बाद दोनों पक्षों में समझौता हो गया और मामला शांत हो गया।

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Farrukhabad: इस घटना ने स्थानीय प्रशासन और पुलिस विभाग के बीच एक गंभीर मुद्दा उत्पन्न कर दिया है। प्रशासन और पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं से बचा जा सके। स्थानीय लोगों ने भी इस घटना पर नाराजगी जाहिर की है और प्रशासन से इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की है।

Farrukhabad: इस विवाद ने एक बार फिर प्रशासन और पुलिस विभाग के अधिकारियों के बीच संवादहीनता और संवेदनशीलता की कमी को उजागर किया है। इस घटना से यह स्पष्ट हो गया है कि अधिकारियों को अपने व्यवहार में संवेदनशीलता और सम्मान बनाए रखना चाहिए ताकि किसी भी प्रकार की असहज स्थिति उत्पन्न न हो। लेखपाल संघ ने प्रशासन से इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न होने की अपील की है और अपनी मांगों को स्पष्ट किया है।

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मनीष कुमार एक उभरते हुए पत्रकार हैं और हिंदी States में बतौर Sub-Editor कार्यरत हैं । उनकी रुचि राजनीती और क्राइम जैसे विषयों में हैं । उन्होंने अपनी पढ़ाई IMS Noida से की है।
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